उत्तरकाशी: विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट विधि-विधान के साथ अक्षय तृतीय की उदय बेला पर शनिवार सुबह 7.31 बजे खोले गए हैं। चारधाम यात्रा स्थगित होने के कारण कपाट उद्घाटन के शुभ अवसर पर 21 तीर्थ पुरोहित शामिल हुए। विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट विधि-विधान के साथ अक्षय तृतीय की उदय बेला पर शनिवार सुबह 7.30 बजे खोले गए। चारधाम यात्रा स्थगित होने के कारण कपाट उद्घाटन के शुभ अवसर पर 21 तीर्थ पुरोहित ही शामिल हुए। कपाट खुलने के साथ पहली पूजा पीएम नरेंद्र मोदी के नाम से की गई।
गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से की गई। तीर्थ पुरोहितों ने कोरोना संक्रमण से मुक्ति और सुख शांति की कामना की। इस अवसर गंगोत्री में शीतकाल के दौरान साधना करने वाले साधु संतों ने दूर से ही मां गंगा के दर्शन किए। इस अवसर पर शासन के प्रतिनिधि के रूप में उपजिलाधिकारी देवेंद्र नेगी, गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल, सह सचिव राजेश सेमवाल, गंगा पुरोहित सभा अध्यक्ष पवन सेमवाल, राकेश सेमवाल, मंदिर समिति के सचिव दीपक सेमवाल, सत्तेंद्र सेमवाल सहित आदि शामिल हुए।
गौरतलब है कि गत शुक्रवार को गंगा के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा से गंगा की डोली गंगोत्री के लिए रवाना हुई थी। रात्रि विश्राम के लिए डोली यात्रा भैरव घाटी स्थित भैरव मंदिर में पहुंची। भैरव मंदिर से शनिवार सुबह चार बजे गंगा की डोली यात्रा गंगोत्री के लिए रवाना हुई। साढ़े छह बजे गंगोत्री धाम में पहुंची। जिसके बाद गंगा सहस्रनाम पाठ, गंगा लहरी पाठ, गंगा हवन आदि पूजा हुई। कपाट उद्घाटन के अवसर पर पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से की गई, जबकि दूसरी पूजा मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के नाम से की गई।