देहरादून: कैंट सीट से कांग्रेस के टिकट के दो दावेदार सूर्य कांत धस्माना और अभिनव थापर को आचार संहिता के उल्लंघन में चुनाव आयोग ने नोटिस भेजे हैं। दोनों दावेदारों ने आचार संहिता लागू होने के बाद समाचार पत्रों में विज्ञापन दिए हैं। देहरादून की कैंट सीट भाजपा और कांग्रेस के लिए हमेशा ही खास रही है। बीते समय में भी और आज भी। भाजपा के लिए खास इसलिए कि कैंट सीट पर दिवंगत हरबंस कपूर ने आठ अजेय पारी खेली तो कांग्रेस के कई दिग्गजों ने भाग्य आजमाया, लेकिन असफल रहे। हरबंस कपूर के निधन के बाद सम्भवतया कांग्रेस से टिकट के दावेदार इस सीट को आसान मानकर चल रहे हैं। यही वजह है कि टिकट मिलने से पहले ही कुछ दावेदारों में अपना दावा पुख्ता करने के लिए समाचार पत्रों के माध्यम से धनवर्षा शुरू कर दी है। इनमें वैभव वालिया , सूर्यकांत धस्माना व अभिनव थापर प्रमुख हैं।
जबकि अन्य दावेदारों में पार्टी के देहरादून महानगर अध्यक्ष लाल चंद शर्मा और नवीन जोशी ने अभी अपने ” खजाने ” का मुंह नहीं खोला है। धस्माना पुराने कांग्रेसी हैं और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव वेणुगोपाल व उत्तराखण्ड में पूर्व पीसीसी अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के करीबी हैं, इसलिए टिकट का प्रबल दावा कर रहे हैं। धस्माना पिछले कई वर्षों से कैंट विधानसभा में सबसे अधिक सक्रिय हैं। 2017 का टिकट भी उन्हीं को मिला था, लेकिन वे जीत दर्ज नहीं कर सके। वैभव वालिया युथ कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव हैं और राहुल गांधी के करीबी बताए जाते हैं। वालिया के पिता रामकुमार वालिया पहले कांग्रेस में थे,अब भाजपा में है। अभिनव थापर टिहरी विस्थापित हैं और पहली बार कैंट से टिकट का दावेदार हैं।