देहरादून: बीजेपी आज अपना 42वां स्थापना दिवस मना रही है वहीं उत्तराखंड मे भी भाजपा के स्थापना दिवस पर भाजपा के कई प्रोग्राम आयोजित हुए। सीएम धामी ने स्थापना दिवस पर प्रोग्राम मे शिरकत करते हुए यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई. सीएम धामी ने कहा 12 फरवरी 2022 को उन्होंने यूनिफॉर्म सिविल कोड को जो संकल्प लिया था, उसे वे हर हाल में पूरा करेंगे. सीएम धामी ने कहा कि हमारा प्रदेश गंगा का प्रदेश है, ये देवभूमि है. ये धर्म अध्यत्म और संस्कृति का केंद्र है. सीएम धामी ने कहा हमारा प्रदेश सबसे अलग है, इसलिए हमारे यहां धर्म, मजहब, जाति, समुदाय, संप्रदाय से अलग कानून बनना चाहिए. उन्होंने कहा इसके लिए हमने शुरुआत कर दी है. इस मामले में न्यायविदों, सेवानिवृत्त जज, समाज के प्रबुद्धजनों और अन्य स्टेकहोल्डर की राय ली जाएगी. कमेटी समान नागरिक संहिता का ड्राफ्ट तैयार करेगी. इस कानून का दायरा सभी नागरिकों के लिए समान रूप से होगा, चाहे वे किसी भी धर्म में विश्वास रखते हों. उन्होंने कहा हम सबकी सहमति से उत्तराखंड में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करेंगे. मुख्यसमंत्री ने कहा समान नागरिक संहिता संविधान निर्माताओं के सपनों को पूरा करने की दिशा में अहम कदम होगा. यह संविधान की भावना को मूर्त रूप देगा. सीएम धामी ने हम अन्य राज्यों से अपेक्षा करेंगे कि वह भी अपने प्रदेश में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करें. जिससे वे भी आगे बढ़ सकें.
वहीं कांग्रेस ने सीएम धामी को सलाह दी है की यूनिफॉर्म सिविल कोड प्रधानमंत्री मोदी के हाथों से पूरे देश लागू क्यों नहीं कराती ? वहीं कांग्रेस का ये भी कहना है कर्षी कानून और देवस्थानम बोर्ड जो हश्र हुआ वही यूनिफॉर्म सिविल कोड का भी हो सकता है, और दोनों ही फैसले सरकार को वापस लेने पड़ें। इसलिए प्रदेश सरकार को नापतोलकर बोलना चाहिए ऐसा न हो की प्रदेश सरकार को फिर थूक कर चाटना पड़े। यानि कांग्रेस यूनिफॉर्म सिविल कोड के बिलकुल भी पक्ष मे नहीं है कांग्रेस नहीं चाहती की उत्तराखंड मे यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू हो।