बूंदी : राजस्थान की एक घटना से फिर एक बार बाप बेटी का रिश्ता शर्मसार हुआ है। बूंदी जिले में एक पिता ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी। कॉपरेन थाना इलाके के एक गांव में पिता अपनी ही 13 साल की नाबालिग बेटी को दो साल से हवस का शिकार बनाता रहा। जिसका अत्याचार समाज में बदनामी व पिता के डर से बेटी चुपचाप सहती रही। पर जब पीड़ा बर्दाश्त से बाहर हुई तो उसने हिम्मत कर स्कूल प्रशासन तक अपनी आपबीती पहुंचाई। जिसके बाद स्कूल प्रशासन ने इसकी जानकारी बाकी परिजनों और पुलिस को दी।
चिट्ठी से खुला राज
किशोर लड़की के साथ पिता द्वारा बलात्कार का खुलासा स्कूल के बॉक्स से हुआ। दरअसल, स्कूल में छात्राओं की समस्याओं व शिकायत को गुप्त रूप से प्राप्त करने के लिए एक शिकायत पेटिका “गरिमा पेटी“ के नाम से लगाई गई थी। जिसमें नाबालिग ने अपने पिता की हैवानियत के बारे में बताया। उसने बताया कि उसके पिता उसके साथ पिछले दो साल से गंदा काम कर रहे थे। 25 जुलाई को भी उसके साथ जबरदस्ती की गई। विरोध करने पर वह उसके साथ मारपीट भी करता था। पत्र जब पेटी से निकला तो स्कूल प्रशासन में दांतो तले उंगलियां दबा ली।
चाची को दिखाया पत्र
पुलिस ने बताया कि ‘गरिमा पेटी’ से पत्र गुरुवार को निकाला गया, जिसे पढऩे के बाद स्कूल प्रशासन ने इसकी जानकारी नाबालिग के परिजनों को दी। जिसके बाद नाबालिग की चाची को स्कूल बुलाया गया। जिन्हें पत्र दिखाते हुए उसके पिता की हरकतों के बारे में बताया गया। इसके बाद परिजन नाबालिग को थाने ले गए। जहां आरोपी पिता के खिलाफ शिकायत दी गई।
12 साल पहले मां की मौत
जानकारी के अनुसार नाबालिग की मां 12 साल पहले ही बीमारी से चल बसी थी। तब से वह पिता के साथ ही रह रही थी। लेकिन, पिछले दो साल से वही पिता उसके साथ हैवानियत पर उतर आया। जब उसके खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत की गई तो भनक लगते ही वह घर से फरार हो गया।