देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राजीव गांधी नवोदय विद्यालय, तपोवन रायपुर, देहरादून से प्रदेश के शिक्षकों से वर्चुअल संवाद किया। मुख्यमंत्री ने नीति आयोग द्वारा जारी सतत विकास लक्ष्य एसडीजीएस सूची में शिक्षा के क्षेत्र में उत्तराखंड को चौथी रैंकिंग प्राप्त होने पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को बधाई दी। इस वर्चुअल संवाद में 500 स्कूलों से शिक्षक जुड़े थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अटल उत्कृष्ट विद्यालय की वेबसाइट लांच की।
आज देहरादून स्थित राजीव गाँधी नवोदय विद्यालय से प्रदेश के शिक्षकों से वर्चुअल संवाद किया। इस वर्चुअल संवाद में 500 स्कूलों से शिक्षक जुड़े थे। इस संवाद में अनेक स्कूलों के शिक्षकों ने भी अपने विचार रखे। pic.twitter.com/KeRdsVOEDr
— Tirath Singh Rawat (@TIRATHSRAWAT) June 9, 2021
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि यह प्रदेश के लिए सौभाग्य की बात है कि नीति आयोग की ओर से जारी सतत विकास लक्ष्य एसडीजीएस सूची में चौथा स्थान प्राप्त हुआ है। 17 विभिन्न आयामों को लेकर सूची का निर्धारण किया गया। 2015-16 में जहां राज्य को 19वां स्थान मिला था, आज राज्य ने चौथा स्थान प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में शिक्षा के क्षेत्र में उत्तराखंड को प्रथम स्थान पर लाने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं शिक्षकों को इसी मनोयोग से कार्य करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड काल में पठन-पाठन का कार्य एक नई चुनौती है। सीमित संसाधन होने के बावजूद भी ऑनलाइन शैक्षणिक गतिविधियों के लिए शिक्षा विभाग की ओर से सराहनीय प्रयास किया गया।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि स्कूलों की व्यवस्थाओं में गुणात्मक सुधार लाने के लिए राज्य सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। स्कूलों में विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए जिला प्लान के माध्यम से व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों तक नेट कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। अटल उत्कृष्ट विद्यालयों के माध्यम से शिक्षा के स्तर में और सुधार करने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य में 190 अटल उत्कृष्ट विद्यालय स्वीकृत किये गये हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अनेक स्कूलों के शिक्षकों के साथ वर्चुअल संवाद किया। इस अवसर पर सचिव शिक्षा आर.मीनाक्षी सुदंरम, महानिदेशक शिक्षा विनय शंकर पांडेय एवं शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।