पिथौरागढ़। एवरेस्ट विजेता मनीष कसनियाल को रेडक्रॉस समिति भारत और इंटरनेशनल रेडक्रॉस मूवमेंट का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है। 18 जुलाई 2021 को भारतीय रेडक्रॉस समिति राष्ट्रीय मुख्यालय नई दिल्ली के सेक्रेट्री जर्नल सेवानिवृत्त आईएएस आरके जैन ने रेडक्रॉस की ऑफिशियल वेबसाइट और ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट कर मनीष को भारतीय रेडक्रॉस समिति भारत और इंटरनेशनल रेडक्रॉस मूवमेंट का ब्रांड एंबेसडर घोषित किया। स्थानीय निवासी मनीष को 15 जून केे इंटरनेशनल कमेटी ऑफ रेडक्रॉस जेनेवा भारत के ऑफिस में बुलाया गया। 16 जुलाई 2021 को भारतीय रेडक्रॉस समिति नई दिल्ली के राष्ट्रीय मुख्यालय में उनसे अधिकारियों ने बात की। उनकी उपलब्धि को युवाओं के लिए प्रेरणा बताया। मनीष ने आईएमएफ के इंडियन एवरेस्ट मेसिफ अभियान का हिस्सा बनकर एक जून को एवरेस्ट फतह किया था।

उन्होंने विश्व की सबसे ऊंची चोटी में राष्ट्रीय ध्वज के साथ ही इंट्रिंसिक क्लाइंबर्स एंड एक्सप्लोरर्स पिथौरागढ़ आइस संस्था का ध्वज, विश्व प्रसिद्ध रेडक्रॉस समिति का ध्वज फहराया था। एवरेस्ट फतह के लिए मनीष ने विधायक चंद्रा पंत, हंस फाउंडेशन माता मंगला और भोले जी महाराज, पद्मश्री लवराज धर्मशक्तू, पुरमल धर्मशक्तू, राकेश देवलाल, हरीश चंद्र शर्मा, डॉ. सतीश पिंगल का आभार जताया है।इस उपलब्धि का श्रेय मनीष ने अपने माता, पिता एवं अन्य परिजनों, गुरुजनों, आइस के बासु पांडेय, जया क्षेत्री पांडेय, आईएमएफ, मनीष डिमरी, पूनम खत्री को दिया है। आइस संस्था से पर्वातारोहण की बारीकियां सीखने के बाद मनीष ने नेशनल माउंटेनियरिंग संस्थान में प्रशिक्षण लिया।
जवाहर पर्वतारोहण संस्था पहलगाम जम्मू कश्मीर से बेसिक, हिमालयन पर्वतारोहण संस्थान दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल से एडवांस, नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी से सर्च एंड रेस्क्यू, जीम एंड डब्लूएस पहलगाम से मैथर्ड ऑफ इंस्ट्रक्शन कोर्स कर आईएमएफ के साथ देश की कई चोटियों पर पर्वतारोहण किया।