सितारगंज: भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व संयुक्त किसान मोर्चा के नेता गुरमीत सिंह चढूनी ने कहा केंद्र सरकार किसानों की मांग को अनदेखी कर रही है। किसान करोड़ों लोगों के हित के लिए तीन कृषि कानूनों को रद करने की मांग करते हुए धर्मयुद्ध कर रहे हैं। सात माह बाद भी केंद्र की भाजपा सरकार अड़यिल रुख अपनाए हुए है। किसान भाजपा को सबक सिखाने के लिए पश्चिम बंगाल की भांति देश के हर राज्य में भाजपा को हराने के लिए कार्य करेंगे। कहा वे वर्ष 2024 तक भी सड़क में संघर्ष करने को तैयार हैं।
शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा नेता चढूनी ने पत्रकार वार्ता में कहा सात माह से देश के किसान सड़कों पर हैं। केंद्र सरकार राजहट कर रही है। यह जनता, सरकार दोनों के लिए नुकसानदायक है। भाजपा पश्चिम बंगाल में नुकसान भुगत भी चुकी है। भाजपा की केंद्र सरकार अभी भी नहीं जागी तो आगामी यूपी और उत्तराखंड के चुनाव में भी इसका खामियाजा भुगतेगी। उन्होंने कहा भाजपा ने तीनों कानून रद नहीं किये तो पश्चिम बंगाल की भांति यूपी और उत्तराखंड के चुनावों में बीजेपी को हराने के लिए अपील करेंगे। कहा यह आंदोलन केवल किसानों का नहीं है।
यह देश के हर नागरिक, व्यापारी वर्ग, मजदूरों का भी है। कुछ पूंजीपतियों के लाभ के लिए भाजपा सरकार ने देश के हर वर्ग का गला घोटा है। इसके लिए किसान समाज के सभी वर्गों को लेकर आंदोलन और तेज करेगी। इसके लिए वर्ष 2024 तक भी सड़कों पर डटे रहने को तैयार हैं। यहां प्रदेश अध्यक्ष गुरसेवक सिंह मोहार, गुरअमनीत सिंह मांगट, सिमरन ढिंगसा, नवतेज पाल सिंह, तजेंद्र सिंह विर्क, जितेंद्र सिंह, साहब सिंह बिजटी मौजूद रहे।