देहरादून। प्रदेश में नौकरशाही को ढर्रे पर लाने में जुटे युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आखिरकार सूझबूझ के चलते नेतृत्व के मसले पर पार्टी में वरिष्ठता पर युवा को तवज्जो दिए जाने से खफा मंत्री विभागों के बंटवारे के बाद संतुष्ट दिख रहे हैं। मंत्रियों की वरिष्ठता और अनुभव के बूते धामी की नई सियासी पारी में मिशन 2022 की रणनीति झलकी है। जहां मंत्रिमंडल की पहली बैठक में युवाओं में जोश फूंकने के फैसले और आधा दर्जन संकल्पों में भाजपा के एजेंडे को मुख्यमंत्री धामी ने साधा था । वहीं ये इरादा भी जाहिर कर दिया कि वह 2017 के बाद अब तक भाजपा की त्रिवेंद्र सिंह सरकार और तीरथ सरकार के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किए गए फैसलों को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे। मंत्रियों को विभागों के बंटवारे में धामी ने जो प्रयोग किया है, उसका निहितार्थ भी यही है। विभाग देने से ठीक पहले मंत्रियों को जिलों के प्रभार सौंपने में भी धामी ने रणनीतिक कौशल की झलक पेश की है।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सत्ता संभालते ही बड़े फैसलों की शुरूआत कर दी थी । नौकरशाही की बात करें तो सबसे बड़ा बदलाव करते हुए उन्होने मुख्य सचिव ओमप्रकाश को हटकर वर्ष 1988 बैच के सीनियर आईएएस डॉ. एसएस संधू उत्तराखंड का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया। यही नहीं राज्य के युवा सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अपनी नौकरशाही की ओवरहॉलिंग के साथ ही योग्य ईमानदार व वर्क ओरियंटड अफसरों को तरजीह देते हुये अहम तैनाती देना शुरु कर दिया। राज्य में मुख्य सचिव के पद पर एसएस संधु के बाद सीएम पुष्कर ने अपनी टीम में बतौर एसीएएस आनंद वर्धन पर भरोसा जताया है। शांत स्वभाव के वर्धन बीते लंबे समय से लगातार अनदेखी सह रहे थे सीनियर होने के बावजूद उनके चार्ज जूनियर अफसरों को दिये जाने के मामले भी सुर्खियो में रहे है। वर्धन ने आबकारी ,गृह ,सिंचाई ,वन,उच्च शिक्षा जैसे महकमो में शानदार काम किया है।
इसके अलावा उत्तराखंड सरकार ने वरिष्ठ नौकरशाह राधा रतूड़ी को मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव पद से हटा दिया । इसके साथ ही उनसे कार्मिक एवं सतर्कता महकमे वापस ले लिए गए । कुमाऊं के कमिश्नर अरविंद सिंह ह्यांकी को सीएम के सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की मंजूरी के बाद कार्मिक विभाग ने यह फेरबदल किया है। सीएम धामी का यह चौकन्ने वाला फैसला बताया जा रहा है। अपर मुख्य सचिव रतूड़ी से सचिवालय के सभी विभाग हटा दिए गए हैं। उन्हें यूपीसीएल, यूजेवीएनल व पिटकुल के चेयरमैन की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिसका दफ्तर ऊर्जा भवन में है। रतूड़ी मई, 2017 से कार्मिक व सतर्कता विभाग देख रही थी।
उधर, कुमाऊं के कमिश्नर मुख्यमंत्री धामी के नए सचिव होंगे। त्रिवेंद्र रावत सरकार में भी उनके पास यह जिम्मेदारी थी। ह्यांकी कुमाऊं कमिश्नर व उत्तराखंड प्रशासन अकादमी नैनीताल के निदेशक का भी अतिरिक्त दायित्व देखेंगे। इसके साथ ही सचिव कार्मिक व सतर्कता भी अहम जिम्मेदारी भी उन्हें दी गई है। लंबे समय बाद कार्मिक विभाग में सचिव के बाद कोई प्रमुख सचिव या अपर मुख्य सचिव नहीं होगा। वित्त सेवा के अपर सचिव अरूणेंद्र सिंह चौहान की सीएम सचिवालय से विदाई हो गई है। पूर्व सीएम बीसी खंडूड़ी और तीरथ रावत सरकार में सीएम सचिवालय में उनकी तैनाती भी रही है।