देहरादून: प्रदेश कांग्रेस की प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने आरोप लगाया कि भाजपा के आलीशान कार्यालय के लिए प्रदेश सरकार ने लैंड यूज ही बदल डाला। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने तंज किया कि ‘वाह सरकार, अपनों से प्यार, जनता पर वार!’ बता दें कि बुधवार को प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में एमडीडीए की महायोजना में सरकारी दफ्तरों की तरह राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के दफ्तरों को भी लैंड यूज में छूट देने का निर्णय किया गया था। इसे लेकर भाजपा सरकार विरोधियों के निशाने पर आ गई है।
कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि भाजपा ने पूर्व में नियमों को ताक पर रखकर राजधानी में अपने मुख्यालय का शिलान्यास किया। जिसे अब कैबिनेट के जरिये सही साबित करने का प्रयास किया गया। उसने अपने कार्यालय के लिए लैंड यूज को बदला है। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि अगर कोई नियम पार्टी के अपने किसी काम में आड़े आए तो उस नियम को कैबिनेट बैठक बुलाकर बदल डालती है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को अपना कार्यालय आवासीय क्षेत्र में बनाने में अड़चन आ रही थी, इस अड़चन को दूर करने के लिए उसने मास्टर प्लान में संशोधन कर दिया।
सभी राष्ट्रीय दलों के लिए है, इसमें बुराई क्या है : कौशिक
कांग्रेस नेताओं के आरोपों पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि कैबिनेट ने सभी राष्ट्रीय दलों के कार्यालयों के लिए यह छूट दी है, इसमें बुराई क्या है।
भू-कानून पर सोच समझकर ही लें निर्णय : त्रिवेंद्र
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत गुरुवार को पौड़ी जिले के कोट ब्लाक स्थित फलस्वाड़ी गांव पहुंचे और माता सीता मंदिर परिसर में पूजा-अर्चना की। उन्होंने हरेला पर्व के उपलक्ष्य में माता सीता मंदिर में पीपल व बरगद का पौधा रोपा। इस दौरान उन्होंने कहा कि भू-कानून पर सोच समझकर ही निर्णय लेना होगा। कुछ बातें बोलने में अच्छी लगती हैं, लेकिन हमें उसके परिणामों को ध्यान में रखना चाहिए। वर्तमान में धारा 371 के भू-कानून को लागू करने को लेकर अभियान चल रहा है, लेकिन हमें बहुत अध्ययन के बाद ही किसी निर्णय पर पहुंचना होगा।