न्यूज़ डेस्क: उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव में आप पार्टी से कर्नल अजय कोठियाल(सेवानिवृत्त ) सीएम पद का चेहरा होंगे। देहरादून पहुंचे दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ये एलान क़िया। हालाँकि केदारनाथ आपदा के बाद वहां पुमार्निर्माण कार्यों के दौरान कोठियाल और उनकी टीम के काम को खूब सराहा गया। लेकिन इसके अलावा भी कई बड़ी उपलब्धियां कर्नल कोठियाल के नाम हैं।
जनिये कर्नल कोठियाल के बारे में… मूल रूप से टिहरी गढ़वाल के चौंफा गांव के रहने वाले कर्नल अजय कोठियाल का जन्म 26 फरवरी 1969 को हुआ। 7 दिसंबर 1992 को सेना में गढ़वाल राइफल्स की चौथी बटालियन में बतौर सेकेंड लेफ्टिनेंट सैन्य जीवन की शुरूआत की। अजय कोठियाल ने सेना में रहते हुए कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए रोजाना मस्जिद में भेष बदल कर जाते थे ।
उन्होंने सात आतंकवादियों को मुठभेड़ में मार गिराया।मुठभेड़ में आतंकियों की गोली आज भी उनके शरीर में मौजूद है. इस वीरता के लिए उन्हें शौर्य चक्र मिला. दो बार एवरेस्ट पर फतह करने के लिए कीर्ति चक्र मिला. उनके उल्लेखनीय सेवा रिकॉर्ड को देखते हुए विशिष्ट सेवा मेडल भी मिला. जबकि, नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग के प्राचार्य भी रह चुके हैं।
कर्नल कोठियाल गढ़वाल के पहाड़ी जिलों में पूरी तरह से सक्रिय हैं. यहां पर उनकी एक बड़ी टीम भी लगातार काम करती रही है। इतना ही नहीं कर्नल कोठियाल यूथ फाउंडेशन के जरिए पहाड़ के युवाओं को सेना के लिए तैयार कर रहे हैं। इस तरह कर्नल अजय कोठियाल गांव-गांव तक आम लोगों के बीच काफी पॉपुलर भी हैं। सेना में रहते हुए ही कर्नल कोठियाल ने उत्तराखंड के युवाओं के लिए सेना, अर्द्धसैनिक बल, पुलिस में जाने के लिए यूथ फाउंडेशन की स्थापना की थी।
यूथ फाउंडेशन सेना में भर्ती प्रशिक्षण शिविर लगाता है और इसमें युवाओं को निशुल्क रहना-खाना-पीना और ड्रेस दी जाती है। यूथ फाउंडेशन अब तक प्रदेश के दस हजार से भी ज्यादा युवाओं को सेना और पैरामिलिट्री में रोजगार दिला चुका है। इतना ही नहीं पहाड़ों के गरीब और असहाय मरीजों का फ्री में इलाज भी करवा रहे हैं।