हरिद्वार: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रविवार को दो दिन के दौरे पर हरिद्वार पहुंचे हैं। वह सुबह करीब 11 बजे हेलीकॉप्टर से पंतजिल योगपीठ पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत कई अन्य नेताओं के हेलीकॉप्टर भी लैंड हुए। इससे पहले राष्ट्रपति जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे। जहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल सहित अन्य लोगों ने उनका स्वागत सत्कार किया। यहां से वह हेलीकॉप्टर से हरिद्वार के लिए रवाना हो गए। राष्ट्रपति 28 को पतंजलि विवि के दीक्षांत समारोह और 29 नवंबर को देव संस्कृत विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में शामिल होंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के दौरे को लेकर गढ़वाल आयुक्त रविनाथ रमन, आईजी इंटलीजेंस संजय गुंज्याल समेत पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारियों ने शनिवार को पतंजलि विश्वविद्यालय परिसर में व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।
आला अधिकारियों ने पतंजलि के पदाधिकारियों से राष्ट्रपति के कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी ली और परिसर का बारीकी से निरीक्षण किया। राष्ट्रपति के भ्रमण कार्यक्रम का पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने पूर्वाभ्यास भी किया। वहीं, गढ़वाल आयुक्त रविनाथ रमन की अध्यक्षता में देव संस्कृति विश्वविद्यालय के मृत्युंजय सभागार में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक हुई। आयुक्त ने कहा कि राष्ट्रपति के दो दिवसीय दौरे को लेकर हरिद्वार, देहरादून और पौड़ी जिलों के पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी आपसी तालमेल बनाएं। लोक निर्माण विभाग हेलीपैड के साथ-साथ सड़कों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दे। फ्लीट में शामिल होने वाली गाड़ियों का अच्छी तरह स्क्रीनिंग कर लें। आईजी इंटेलीजेंस संजय गुंज्याल ने कहा कि महामहिम के भ्रमण के दौरान सारी जिम्मेदारी जिले की है। आईजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन ने कहा कि सुरक्षा एवं प्रोटोकाल दोनों का ध्यान रखना होगा।
साहित्य के जरिये महामहिम होंगे उत्तराखंड से रूबरू
पर्यटन विभाग उत्तराखंड के पर्यटक और धार्मिक स्थलों के प्रचार-प्रसार में जीजान से जुटा है। इसके लिए विभाग ने पर्यटन से जुड़ा साहित्य छापा है, जिसमें तमाम पर्यटक और धार्मिक स्थलों की जानकारी है। यह साहित्य पर्यटन विभाग लगातार विभिन्न बड़े सरकारी आयोजनों में माननीयों और अन्य खास लोगों को उपलब्ध कराता है। अब हरिद्वार आ रहे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी पर्यटन विभाग का साहित्य सौंपने की तैयारी है। यह साहित्य राजधानी देहरादून से लाया गया है। इसमें राज्य के सभी धार्मिक और पर्यटक स्थलों से जुड़ी संपूर्ण जानकारी होने का दावा है। जिला पर्यटन अधिकारी सीमा नौटियाल इसे राष्ट्रपति को सौंपेंगी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में आला अधिकारियों से आदेश मिले थे।