देहरादून। उत्तराखंड कैडर की IAS अफसर राधिका झा को केंद्र में अहम जिम्मेदारी मिली है। उनका चयन ऊर्जा मंत्रालय के जेवी ईईएसएल में सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) के पद हुआ है। उऩका कार्यकाल पांच वर्ष का होगा। 2002 बैच की आईएएस अफसर राधिका झा कुछ समय पहले तक उत्तराखंड सचिवालय में ही तैनात थी। त्रिवेंद्र सरकार के समय में उनकी गिनती सबसे ताकतवर अफसरों में की जाती थी। पहले तीरथ और फिर पुष्कर सरकार में उन्हें कोई खास तरजीह नहीं दी गई।
बताया जा रहा है कि शिक्षा सचिव रहते छात्र-छात्राओं के लिए टैबलेट खरीद के मामले में आला अफसरों ने उनकी नहीं बनी। राधिका चाहती थी कि खरीद की बजाय सीधे बच्चों के खातों में पैसा जमा किया जाए। बाद में राधिका अवकाश पर चलीं गईं थी। अब उनका चयन ऊर्जा मंत्रालय के अधीन सार्वजनिक उपक्रमों के ज्वाइंट वेंचर ईईएसएल (एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड) में सीईओ के पद पर हुआ है। इस पद के लिए देशव्यापी आवेदन मांगे गए थे। यह संस्थान देशभऱ में एनर्जी एफिशिएंसी, स्मार्ट मीटर, स्माल सोलर आदि के क्षेत्र में काम करती है। इस संस्थान का काम दुनिया के नौ अन्य देशों में भी फैला हुआ है।