देहरादून: कांग्रेस में टिकट बंटवारे के बाद कई सीटों पर लगातार बगावती तेवर सामने आ रहे हैं। कांग्रेस आलाकमान पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है। इस बीच इस बात के संकेत भी आने लगे हैं कि कांग्रेस छह विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी बदल सकती है। जिन सीटों पर टिकट बदले जाने की चर्चाएं हैं, उनमें रामनगर सीट भी बताई जा रही है, जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को प्रत्याशी बनाया गया है।
रावत इस सीट पर नामांकन करने का एलान कर चुके हैं। लेकिन सीट पर टिकट के दावेदार रणजीत रावत के बगावती तेवरों के बाद रामनगर में प्रत्याशी बदलने की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। अटकलें हैं कि हरीश रावत को हरिद्वार ग्रामीण से प्रत्याशी बनाया जा सकता है। इस सीट पर कांग्रेस ने अभी प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। इसके अलावा ऋषिकेश विस सीट पर भी जयेंद्र रमोला को प्रत्याशी बनाए जाने का विरोध शुरू हो गया है।
टिकट के दावेदार राजपाल खरोला और शूरवीर सिंह सजवाण अपने समर्थकों के साथ हरीश रावत के राजपुर रोड स्थित आवास पर पहुंच गए। कुमाऊं में लालकुआं और कालाढूंगी विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस प्रत्याशी बदल सकती है। लालकुआं से कांग्रेस ने संध्या डालाकोटी को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कालाढूंगी से पूर्व सांसद महेंद्र पाल सिंह प्रत्याशी हैं। लालकुआं से पूर्व कैबिनेट हरीश्चंद्र दुर्गापाल ने बागी तेवर दिखा दिए हैं, जबकि कालाढूंगी से लंबे समय से तैयारी कर रहे महेश शर्मा भी नाराज बताए जा रहे हैं। डोईवाला विधानसभा सीट पर भी टिकट बदलने का दबाव बनाया जा रहा है।
कांग्रेस प्रभारी ने आज बातचीत के लिए बुलाया : धीरेंद्र
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि लैंसडौन विधानसभा टिकट को लेकर विवाद चल रहा है। ऐसे में कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव ने उन्हें आज बातचीत के लिए बुलाया है। क्षेत्र के 22 दावेदारों का कहना था कि उनमें से किसी एक को टिकट दिया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
कांग्रेस भवन और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के आवास पर प्रदर्शन
कांग्रेस प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी होने के बाद गढ़वाल से कुमाऊं तक विभिन्न सीटों पर कार्यकर्ताओं में उबाल है। पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत की पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं को लैंसडाउन से टिकट दिए जाने से नाराज कुछ कार्यकर्ताओं ने दोपहर कांग्रेस भवन में प्रदर्शन किया तो देर रात ऋषिकेश से बड़ी संख्या में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के ओल्ड मसूरी रोड स्थित आवास पर पहुंचे कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताई।
दावेदारों को नहीं मिला टिकट तो बगावत पर उतरे
देहरादून जिले की 10 विधानसभा सीटों पर तैयारी कर रहे दावेदार काफी नाखुश हैं। उनकी बगावत को थामने में भाजपा और कांग्रेस के पसीने छूट रहे हैं। कई दावेदार निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान कर चुके हैं जबकि कई इस पर विचार कर रहे हैं। सहसपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के लिए हालात काफी चिंताजनक हो गए हैं। कांग्रेस से टिकट का दावा करने वाले राकेश नेगी खफा बताए जा रहे हैं। हालांकि उन्होंने अभी बगावत का एलान नहीं किया है।
कांग्रेस में रायपुर विधानसभा सीट पर प्रभुलाल बहुगुणा सहित कई नेताओं ने दावा किया था, पार्टी ने यहां से हीरा सिंह बिष्ट को मैदान में उतार दिया है। दोनों ही पार्टियों के लिए यहां बगावती सुरों को दबाने की चुनौती बनी हुई है। देहरादून कैंट विधानसभा भाजपा व कांग्रेस के लिए काफी चुनौतियां पैदा कर रही है।
कांग्रेस ने देहरादून कैंट विधानसभा से पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना को टिकट दिया है। कांग्रेस में इस सीट पर लालचंद शर्मा, वैभव वालिया जैसे कई नाम थे। उधर धस्माना के विरोध में भी कई दावेदार उतर आए हैं। ऋषिकेश में कांग्रेस के लिए भी आपसी तनातनी चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। यहां कांग्रेस के कई दावेदार टिकट बदलने की मांग कर रहे हैं।
मैं घर बैठने वाला नहीं, खेल तो अब शुरू होगा : हरक
कांग्रेस में शामिल होने के बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत अब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के दावे करने लगे हैं। उन्होंने कहा कि माहौल कांग्रेस के पक्ष में है, राज्य में कांग्रेस की ही सरकार बन रही है। चुनाव लड़ने की संभावना के सवाल पर हरक सिंह रावत ने कहा कि वह चुनाव लड़े या न लड़ें, लेकिन घर में बैठने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि खेल तो अब शुरू होगा।