इटावा: उत्तर प्रदेश में चुनावी माहौल के बीच कल इटावा पहुंचकर प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने इटावा सदर के सपा प्रत्याशी सर्वेश शाक्य के लिए वोट की अपील की और लोगो से सपा प्रत्याशी को जिताने के लिए कहा. इस मौके पर शिवपाल सिंह ने एक बार फिर अपने त्याग और बलिदान की बात कही. साथ ही एक बड़ा खुलासा भी किया.
जनता की एक ही मांग थी चाचा-भतीजे एक हो जाओ- शिवपाल यादव
बता दें कि शिवपाल सिंह ने कहा कि, “तीन साल पहले मैंने नेताजी के आदेश से प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाई थी और एक साल पहले प्रसपा के 100 प्रत्याशी बना दिये थे लेकिन अगर हम अपने 100 प्रत्याशी उतार देते तो भाजपा को नही हटा सकते थे. मैंने हमेशा त्याग और संघर्ष किया है. जनता की एक ही मांग थी चाचा-भतीजे एक हो जाओ. जनता की मांग पर मैने अपनी पार्टी को त्याग दिया, मैंने चाबी चिन्ह का भी बलिदान कर दिया. अपनी एक सीट पर ही मान गए हम यहां संघर्ष और त्याग की वजह से यहां तक पहुंचे हैं. इसी संघर्ष से हमारे पास हर पद रहा. हम कभी पद के पीछे नही भागे.
तीन महीने पहले केंद्र में मंत्री बन सकता था- शिवपाल सिंह यादव
शिवपाल सिंह ने आगे कहा कि हम अगर चाहते तो 2017 में मंत्री बन सकते थे तीन महीने पहले भी केंद्र में मंत्री बन सकता था लेकिन ऐसे पद हमने किसानों, गरीबो और बेरोजगारों के लिए ठुकराए है क्योंकि भाजपा में इन सभी लोगो का भला नही हो सकता है.
आशीष मिश्रा की जमानत को लेकर शिवपाल सिंह ने पीएम-सीएम पर साधा निशाना
वही मीडिया से बात करते हुए आशीष मिश्रा की जमानत पर शिवपाल यादव ने कहा कि पीएम और सीएम और गृह मंत्री का संरक्षण मिला हुआ है. वहीं हिजाब मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के मौलिक अधिकारों का हनन हुआ है. इसी के साथ उन्होंने प्रसपा के सपा में विलय को लेकर कहा कि अभी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी है और आगे भी रहेगी.