देहरादून. उत्तराखंड चुनाव को लेकर एग्ज़िट पोल्स के अनुमानों पर चर्चा है, तो वहीं चुनाव के दौरान पैसे और शराब बांटे जाने को लेकर भी बड़े आरोपों की राजनीति जारी है. इसी बीच, उत्तराखंड पुलिस ने आंकड़े जारी करते हुए कहा है कि 2020 के मुकाबले 2021 में नकली नोट ज़ब्त किए जाने का आंकड़ा बढ़ गया है. उत्तराखंड पुलिस के मुताबिक राज्य में ज़ब्त किए गए नकली नोटों की कीमत के हिसाब से 2021 में 18.4 प्रतिशत बढ़ोत्तरी दर्ज हुई. इधर, उत्तराखंड के क्षेत्रीय दल और अलग राज्य बनाने में अहम भूमिका निभाने वाली यूकेडी ने राज्य में कई मुद्दों को लेकर फिर से बड़े आंदोलन की बात कही है.
भाजपा और कांग्रेस पर प्रदेश के विकास के नाम पर लूटने के गंभीर आरोप लगाते हुए यूकेडी का कहना है कि दोनों पार्टियों ने अपने चुनावी एजेंडे में भू-कानून, गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने जैसे मुद्दों को दरकिनार कर दिया. 2026 में होने वाले परिसीमन को लेकर भी विरोध किया जाएगा. प्रदेश में परिसीमन जनसंख्या के हिसाब से नहीं बल्कि भौगोलिक परिस्थितियों के हिसाब से कराये जाने को लेकर भी यूकेडी ने अपनी मांग रखने की बात कही. इस चुनाव में यूकेडी को पूरी उम्मीद है कि जनता का समर्थन उसे मिलेगा. ऐसे में पार्टी के सीनियर लीडर्स भरोसा दिला रहे हैं कि जनता के मुद्दे सिर्फ यूकेडी उठा सकती है.
बड़े आंदोलन की तैयारी में है यूकेडी
इतना ही नहीं, चुनाव में पैसे और शराब बांटने का आरोप भी दोनों पार्टियों पर लगाते हुए यूकेडी नेता त्रिवेंद्र पंवार ने कहा कि यूकेडी राज्य के मुद्दों को लेकर फिर से बड़े आंदोलन करने की तैयारी कर रही है. पार्टी का कहना है कि 2026 में होने वाले परिसीमन को भौगोलिक आधार पर किए जाने के लिए लड़ाई लगातार लड़ी जाती रहेगी. बाहरी राज्यों के लोगों को प्रदेश में भर्तियों में रोक को लेकर आवाज बुलंद करने के साथ ही पंवार ने कहा भाजपा और कांग्रेस के एजेंडे से भू कानून लगातार ग़ायब रहा है.