लखनऊ: वाराणसी में मंगलवार को खुले वाहन में EVM मशीनें मिलने के मुद्दे पर चुनाव आयोग का जवाब आ गया है। बयान जारी कर आयोग ने कहा है कि- कुछ मीडिया चैनलों द्वारा यह संज्ञान में लाया गया है कि वाराणसी में 8 मार्च को कुछ EVM गाड़ी में ले जायी जा रही थीं जिन पर वहां उपस्थित राजनीतिक प्रतिनिधियों द्वारा आपत्ति की गई। जांच में यह पाया गया है कि ये EVM प्रशिक्षण के लिए चिन्हित थीं।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक यूपी मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय की तरफ से जानकारी देते हुए कहा गया है कि- उत्तर प्रदेश प्रशिक्षण हेतु ले जायी जा रही इन EVM को कुछ राजनीतिक लोगों ने वाहन को रोक कर उसे चुनाव में प्रयुक्त EVM कह कर अफवाह फैलाई। मतदान में प्रयुक्त सभी EVM स्ट्रॉग रूम के अंदर सील बंद हैं और सुरक्षित हैं।
कुछ मीडिया चैनलों द्वारा यह संज्ञान में लाया गया है कि वाराणसी में 8 मार्च को कुछ EVM गाड़ी में ले जायी जा रही थीं जिन पर वहां उपस्थित राजनीतिक प्रतिनिधियों द्वारा आपत्ति की गई। जांच में यह पाया गया है कि ये EVM प्रशिक्षण के लिए चिन्हित थीं: कार्यालय, मुख्य निर्वाचन अधिकारी, UP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 8, 2022
वहीं, इस मामले को लेकर वाराणसी के ज़िलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बयान जारी कर कहा- कल वाराणसी के काउंटिंग कर्मचारियों की एक कॉलेज में ट्रेनिंग है। उसके लिए 20 EVM मशीनें ले जाई जा रही थी। उसे एक छोटी गाड़ी में सवार कुछ लोगों द्वारा रोका गया। उन लोगों में यह भ्रम हुआ कि कहीं ये वो EVM मशीनें तो नहीं हैं।
शर्मा ने आगे जोड़ा, “बाद में यहां भीड़ हो गई थी। सभी अधिकारियों ने उन्हें समाझाया। अब सभी पार्टियों के प्रत्याशियों और अध्यक्षों को बलुाया गया है कि आप सभी स्पष्ट कर लीजिए कि जो EVM ले जाई जा रही थी वह सभी ट्रेनिंग के लिए थी।”
जिलाधिकारी ने आगे कहा, “ये EVM और वो EVM आपस में एक दूसरे से जुडे हुए नहीं है। सभी चीज़ें स्पष्ट कराई जा रही है। हमने अब निर्णय लिया है कि कल जो कर्मचारियों की काउंटिंग ट्रेनिंग है, उसे बिना EVM के ही करवा दी जाएगी।”
बता दें कि समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को एक प्रेस वार्ता में चुनाव आयोग पर सवालिया निशान खड़े करते हुए कहा था, “क्या वजह है कि बिना सुरक्षा के EVM मशीनों को ले जाया जा रहा है। बिना प्रत्याशी के जानकारी के आप EVM के एक जगह से दूसरी जगह नहीं ले जा सकते हैं। आखिर सुरक्षाबलों के साथ EVM मीशनों क्यों नहीं जा रही थी”
क्या वजह है कि बिना सुरक्षा के EVM मशीनों को ले जाया जा रहा है। बिना प्रत्याशी के जानकारी के आप EVM के एक जगह से दूसरी जगह नहीं ले जा सकते हैं। आखिर सुरक्षाबलों के साथ EVM मीशनों क्यों नहीं जा रही थी: समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव pic.twitter.com/l67VbD4DGu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 8, 2022
साथ ही यादव ने अपने कार्यकर्ताओं से एग्ज़िट पोल पर भरोसा ना करते हुए नतीजों तक चौकन्ना रहने की अपील की। उन्होंने कहा, “कल जो एग्जिट पोल के नतीजें आए हैं, उससे ये लोग यह सोच बनाना चाहते हैं कि भाजपा जीत रही है, जिससे वे अगर चोरी भी करे तो वह भी पता ना लगे कि चोरी हुई है। यह लोकतंत्र के लिए बहुत बड़ा खतरा है। मैं अपनी पार्टी के लोगों से कहूंगा कि जहां पर मशीनें रखी गई हैं, वहां पर जब तक काउंटिंग ना हो जाए तब तक वहां किसी का आना जाना ना हो और उसपर नज़र बनाए रखें।”