आगरा।। पति को शक है कि पत्नी की कोख में पल रहा बच्चा उसका नहीं है। पत्नी लाख सफाई देती रही, लेकिन पति का शक दूर नहीं कर सकी। दोनों में रार इतनी बढ़ी कि मामला पुलिस तक पहुंच गया। रविवार को काउंसलिंग के बाद पति सुलह को राजी हो गया। मगर, उसने पत्नी के सामने शर्त रख दी कि बच्चे के जन्म लेने के बाद उसका डीएनए टेस्ट कराएगा। पत्नी ने उसकी बात मानते हुए अपनी भी शर्त रख दी। वह हार गया तो उसे क्या देगा। पति ने उसे दो लाख रुपये देने का वादा किया।
मामला शहर के रहने वाले एक दंपती का है। दंपती की शादी कुछ वर्ष पहले हुई है। उनके पहले से बच्चे हैं। पत्नी छह महीने की गर्भवती है। पति एक कंपनी में कर्मचारी है। उसे पत्नी के चरित्र पर शक हो गया। पत्नी पर आरोप लगाया कि कोख में पल रहा बच्चा उसका नहीं है।
पत्नी ने उसे यकीन दिलाने का प्रयास किया, लेकिन पति के शक को दूर नहीं कर सकी। पति द्वारा इसे लेकर आए दिन उसका उत्पीड़न किया जाने लगा। आरोप है कि पति ने इस शक के चलते पत्नी को घर से निकाल दिया। पत्नी ने उत्पीड़न की शिकायत पुलिस में की। मामला परिवार परामर्श केंद्र में भेज दिया गया।
परिवार परामर्श केंद्र पहुंचा मामला
रविवार को पति-पत्नी दोनों काउंसलिंग के लिए आए थे। काउंसलर के समझाने पर पति राजी हो गया। मगर, उसने शर्त रख दी कि बच्चे के जन्म लेने पर वह उसका डीएनए टेस्ट कराएगा। जिससे कि यह पुष्टि हो सके कि जन्म लेने वाला बच्चा उसी का है। वहीं पत्नी का काउंसलर से कहना था कि बच्चा पति का है। पति उस पर अकारण शक करता है। उसका शक दूर करने के लिए वह बच्चे का डीएनए टेस्ट कराने को भी तैयार है। मगर, पत्नी ने भी पति के सामने शर्त रख दी कि बच्चा उसी का हुआ तो वह उसे क्या देगा। जिस पर पति ने पत्नी से वादा किया कि उसका शक गलत निकला तो वह उसे दो लाख रुपये देगा।