जमुई/बिहार: अमूमन पत्नी द्वारा पति की बेवफाई तथा उसके परिवार के लोगों द्वारा मारपीट व प्रताड़ना की बातें सामने आती रहती है। इससे इतर जमुई थाना क्षेत्र के दौलतपुर गांव का विकास अपनी पत्नी को ही रुखसत कराने का मुकदमा पिछले सात वर्षों से लड़ रहा है। ताजा मामला पिछले एक साल से खुद के साथ मारपीट की घटना के आरोपी साले प्रदीप और सिंटू के खिलाफ यथोचित कार्रवाई की मांग को लेकर है। इसके लिए वह दर-दर की ठोकरें खा रहा है। सोनो थाना कांड संख्या 330/21 में कार्रवाई नहीं होने की शिकायत पुलिस अधीक्षक डा शौर्य सुमन से भी पीड़ित युवक ने की है। साथ ही थानाध्यक्ष पर ससुराल वालों से मिलीभगत कर केस को रफा-दफा करने की कोशिश का आरोप लगाया है। पुलिस अधीक्षक ने मामले में उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है।
यह है मामला
विकास के पिता नागेश्वर शर्मा ने सोनो थाना में बीते साल अपने पुत्र की बेरहमी से पिटाई का मामला दर्ज कराया था। उक्त मामले में बताया गया कि उनके समधी के श्राद्ध कर्म में पुत्र और बहू के साथ बच्चों को सोनो थाना क्षेत्र के औरैया गांव ले जाया गया। वहां श्राद्ध कर्म के लिए उसके साले प्रदीप शर्मा एवं सिंटू शर्मा द्वारा रुपयों का डिमांड किया गया। इसमें उन लोगों के इच्छानुसार रकम पूरी नहीं होने के बाद रात में विकास के साथ बेरहमी से मारपीट की गई। जिसका इलाज सदर अस्पताल जमुई तथा इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान पटना में कराया गया। अब उक्त घटना में आरोपितों के खिलाफ पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
रुखसत कराने के लिए पहले भी लेना पड़ा था कोर्ट का सहारा
अक्सर दहेज के लिए लड़कियों को रुखसत नहीं कराने जैसी शिकायतें आती रहती है। यहां रुखसत कराने के लिए लड़के को ही कोर्ट का सहारा लेना पड़ा। पीड़ित युवक विकास कुमार ने बताया कि पहले भी 2015 में शादी के बाद उसकी पत्नी और बच्चों को आने नहीं दिया जाता था। तब कोर्ट की शरण लेने के बाद वह अपने ससुराल दौलतपुर गांव आई थी। एक बार फिर पिता का श्राद्ध के बहाने उसकी पत्नी को ले जाकर वहां से आने नहीं दिया जा रहा है। हालांकि आरोपी पक्ष विकास के आरोपों को निराधार बताता है। साथ ही विकास और उसके पिता पर कई तरह के आरोप लगा रहे हैं।