अलीगढ़: जिले में तैनात एक दरोगा का शर्मनाक कारनामा सामने आया है। दरोगा ने पत्नी को सिर्फ इसलिए घर से बाहर निकाल दिया है, क्योंकि उसने एक बिटिया को जन्म दिया है। घर से निकाले जाने के बाद अब दरोगा की पत्नी अपनी मासूम बेटी को गोद में लेकर न्याय की गुहार लगाते हुए दर-दर की ठोकरें खा रही रही है। पीड़िता का आरोप है कि अलीगढ़ पुलिस के बड़े अधिकारियों ने उसके दरोगा पति के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज नहीं किया, जिसके बाद उसने गाजियाबाद में मुकदमा दर्ज कराया है। केस दर्ज होने और अलीगढ़ एसएसपी कार्यालय के 8 चक्कर काटने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। महिला का कहना है कि वह अपनी मासूम बेटी के साथ पति के पास रहना चाहती है। लेकिन, वह रखने को तैयार नहीं है।
जानकारी के अनुसार, यूपी के औरैया जिला के बिधूना निवासी करीना बानो बताया कि उसकी शादी अलीगढ़ मेडिकल चौकी पर तैनात दरोगा नौशाद अली के साथ 29 दिसंबर 2019 को मुस्लिम रीति रिवाज के साथ संपन्न हुई थी। करीना बानो का आरोप है कि शादी में उसके पिता ने लगभग 40 लाख रुपया दान दहेज में खर्च किया था। पीड़िता का आरोप है कि बेटी पैदा होने के बाद से ही उसके ससुराली जनों ने उसके साथ गाली-गलौज और मारपीट करना शुरू कर दिया। इसकी शिकायत उसने अपनी सास से की तो उन्होंने कहा कि इस घर में रहेगी तो गाली-गलौज और मारपीट होती रहेगी। इस दौरान उसका लगातार ससुराल में उत्पीड़न होता रहा। दरोगा पति नौशाद भी परिवार के लोगों को कभी कुछ नहीं कहता। उसे ही धक्के देकर भगा दिया। पीड़िता का कहना है कि पति नौशाद अली खान ने उसके खिलाफ कोर्ट में तलाक का वाद दायर कर दिया।
पिता ने रिटायमेंट पर दी बुलेट
अपने पति नौशाद अली खान पर आरोप लगाते हुए करीना बानो ने कहा कि जब उसके पिता का रिटायरमेंट हुआ तो उसके पति ने उससे कहा कि पुलिस में सभी दरोगा के पास बुलेट मोटरसाइकिल है। इसलिए उसे भी बुलेट मोटरसाइकिल चाहिए। जिसके लिए उसने दहेज से अतिरिक्त 10 लाख रुपये ओर एक बुलेट बाइक की मांग की थी। इस पर उसके पिता ने पति को 35 हजार रुपये और बुलेट दी थी। इसके बाद भी पति ने बेटी पैदा होने पर उसके साथ मारपीट कर घर से निकाल दिया है।
फिर भी पति के साथ रहना चाहती हूं
दरोगा और उसके परिवार के लोगों ने अलीगढ़ में कार्रवाई न होते देख नौशाद अली खान के खिलाफ गाजियाबाद जिले में मुकदमा दर्ज कराया। इस मुकदमे में 3 दिन पहले ही गाजियाबाद पुलिस द्वारा उसके पति के खिलाफ बयान दर्ज कराए गए। पीड़िता का कहना है कि इस सबके बावजूद वह अपने पति के साथ रहना चाहती है, लेकिन पति न तो साथ रखने को तैयार है और न ही इसका जवाब देना चाहता है।