देहरादून: उत्तराखंड की राजनीति मे कब क्या हो जाये कुछ कहा नहीं जा सकता है। कांग्रेस मे नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान हुए अभी 4 दिन भी नहीं हुए थे की भाजपा मे भी प्रदेश अध्यक्ष बदलने की सुगबुगाहट तेज हो गई है। माना ये जा रहा है की भाजपा के नये प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर पार्टी रमेश पोखरियाल निशंक का नाम आगे बढ़ा सकती है। फिलहाल प्रदेश अध्यक्ष की कमान मदन कौशिक संभाल रहे हैं। जो हरिद्वार से विधायक हैं। रमेश पोखरियाल निशंक हरिद्वार से भाजपा के सांसद हैं जो केंद्रीय शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं। वहीं मदन कौशिक के गढ़ यानि हरिद्वार में 2017 में भाजपा ने 11 में से 8 सीटें जीती थी। लेकिन इस बार 3 ही सीटें जीतकर आई हैं। इस वजह से भी हाईकमान मदन कौशिक से नाराज बताया जा रहा है और सूत्रों के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष बदलने के मूड मे है। इसके अलावा मदन कौशिक पर कई विधायक चुनाव मे भितरघात का आरोप भी लगा चुके हैं। जिसके बाद से संगठन में बड़ा फेरबदल होने के संकेत मिल रहे हैं । जिस तरह भितरघात के आरोप और हरिद्वार की खराब परफोर्मेंस चुनाव में हुई है। ऐसे में पार्टी किसी दूसरे चेहरे को कमान सौंप सकती है।
बीजेपी भीतरघातियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने जा रही है पार्टी को कई सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। सीएम भी चुनाव नहीं जीत सके। बीजेपी ने समीक्षा करके अब हार की वजह ढूंढ ली है। 23 में से कुछ सीटों पर भीतरघात को बीजेपी की नाकामी की बड़ी वजह बताया जा रहा है। पार्टी के समीक्षकों ने इसे लेकर रिपोर्ट तैयार की है, जिसके आधार पर पार्टी आगे की रणनीति तय कर सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यमुनोत्री, हरिद्वार ग्रामीण, किच्छा और नानकमत्ता में भीतरघात भाजपा मे हार की बड़ी वजह बना। खटीमा के अलावा लक्सर सीट पर भीतरघात के साथ ही संवादहीनता की बात सामने आई है। एक जिलाध्यक्ष का तो पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ ऑडियो सबूत के तौर पर मिला है। जसपुर, मंगलौर, ज्वालापुर, पिरान कलियर, झबरेड़ा और हल्द्वानी में ध्रुवीकरण होने से पार्टी प्रत्याशियों को हार का मुंह देखना पड़ा। ज्यादात्तर सीटों पर संवादहीनता को हार की वजह माना जा रहा है। जिन सीटों पर भीतरघात करने वालों के खिलाफ साक्ष्य मिले हैं। जिसके चलते वर्तमान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की मुश्किलें बढ़ सकती हैं और पद भी जा सकता है। आपको बता दें प्रदेश अध्यक्ष रहते कौशिक पर सार्वजनिक तौर पर भितरघात के आरोप लग चुके हैं। ऐसे में कौशिक भी नहीं चाहेंगे कि वे इस कुर्सी पर बने रहे।
भाजपा ने कुमाऊं मण्डल से सीएम पुष्कर धामी को रिपीट कर दिया है जिसके बाद अगर मदन कौशिक को हटाया जाता है तो भाजपा को गढ़वाल मंडल से कोई ब्रहमन चेहरा ही नए प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर तलाशना होगा ज्सिके लिए रमेश पोखरियाल निशंक सबसे सटीक चेहरा हैं । फिलहाल तो अब तक सिर्फ चर्चाये ही चल रहीं हैं और सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। भाजपा की समीक्षा के बाद प्रदेश अध्यक्ष मे बदलाव होगा, भाजपा मे आधिकारिक तौर पर ये बात सामने नहीं आई है न ही किसी नेता ने इसकी पुष्टि की है। अब ये देखने वाली बात होगी की आगे पार्टी भीतरघातियों पर क्या एक्शन लेती है और क्या मदन कौशिक भी इसकी जद मे आते हैं क्योंकि खुले आरोप तो भीतरघात के उन पर भी लगे हैं।