देहरादून: भाजपा तय कर चुकी है की सीएम धामी चंपावत से चुनाव लड़ेंगे चंपावत से भाजपा के वर्तमान विधायक कैलाश गहतोड़ी सीएम धामी के लिये सीट खाली कर अपना इस्तीफा बीजेपी हाइकमान और विधानसभा अध्यक्ष को सौंप चुके हैं। माना जा रहा है की चंपावत मे सीएम धामी को जनता का अपार समर्थन मिलेगा आपको बता दें की 12 से ज़्यादा विधायक सीएम धामी के लिये अपनी सीट छोड़ने के लिये तैयार थे जिसमे कुछ कांग्रेस के विधायकों ने भी धामी के लिये सीट छोड़ने की पेशकश की थी लेकिन चंपावत के कार्यकर्ताओं की भावना को देखते यह निर्णय लिया गया है। और सीएम के मुताबिक वो चंपावत से चुनाव लड़कर चंपावत को नए विकास के आयाम तक ले जाना चाहते हैं । आपको बता दें जनता भी पुष्कर पर प्यार की पुष्पवर्षा बिखेर रही है और सीएम धामी को जनता का अभी से अपार समर्थन मिल रहा है। और भाजपा चंपावत मे पूरी तरह से कॉन्फिडेंट नज़र आ रही है जिसको देखकर ये लगता है की चमपवात से उपचुनाव मे सीएम की जीत पक्की है।
वहीं गुटबाजी से जूझ रही कांग्रेस मे हाल ही मे नए कप्तान और नए नेता प्रतिपक्ष की ताजपोशी हुई है तब भी गुटबाजी सामने आई प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष की ताजपोशी मे कई कांग्रेस के विधायक नदारद रहे और वो इसलिए रहे क्योंकी उनका मानना था की पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को नजर अंदाज करके कप्तान और नेता प्रतिपक्ष बनाया गया जिसके चलते कांग्रेस विधायकों की नाराजगी बाहर आई थी। कांग्रेसी विधायक हरीश धामी ने तो सीएम के लिये सीट खाली करने तक की बात कह डाली थी । अब उपचुनाव का बिगुल बज चुका है और ये नए कप्तान और नए नेता प्रतिपक्ष का पहला इम्तेहान है जो कांग्रेस के लिये बहुत महत्वपूर्ण है और नए कप्तान और नए नेता प्रतिपक्ष दोनों के लिये चुनौती भी । अंतर्कलह से जूझ रही कांग्रेसी नेता को संभाल पाना कांग्रेस के लिये मुश्किल हो सकता है और नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष को पार्टी मे गुटबाजी के चलते अपनी साख बचानी भारी पड़ सकती है कहीं ऐसा न हो की सर मुंढवाते ही ओले पड़ जाएँ बहरहाल कांग्रेस के नेता आज भी पार्टी मे गुटबाजी को नकारकर सीएम धामी के सामने जीत का दावा कर रहे हैं अब देखने वाली बात होगी की पुष्कर पर पुष्पवर्षा को कांग्रेस रोक पाती है या नहीं ।