बिलासपुर। बिलासपुर में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। दक्षिण से आ रही गर्म हवाओं ने लू जैसी स्थिति निर्मित कर दिया है। तेज धूप और जल संकट के बीच आमजन की समस्या बढ़ गई है। शरीर को झुलसा देने वाली इस गर्मी के बीच इंसान तो दूर जानवर भी गश्त खाकर गिर रहे हैं। लालपुर स्थित मौसम वेधशाला के मौसम विज्ञानी डॉ एचपी चंद्रा के मुताबिक एक द्रोणिका/हवा की अनियमित गति पूर्वी विदर्भ से दक्षिणी तमिलनाडु तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। प्रदेश के उत्तरी क्षेत्र में उत्तर से गरम और शुष्क हवा तथा दक्षिणी क्षेत्र में दक्षिण से अपेक्षाकृत ठंडी और नमी युक्त हवा आ रही है।
28 अप्रैल को प्रदेश के में अधिकतम तापमान में वृद्धि होने की संभावना है। प्रदेश में सरगुजा, बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर संभाग के एक दो पैकेट में लू चलने अथवा लू जैसी स्थिति निर्मित होने की संभावना है। प्रदेश के दक्षिणी भाग में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में गरज चमक के साथ एक-दो स्थानों पर अंधड भी चलने की संभावना है। बता दें कि अप्रैल के अंतिम सप्ताह में चंद गर्मी पड़ती है खासकर 27 अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच इस महीने में सर्वाधिक गर्मी रहती है। इस साल भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। सूर्य के तेवर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। गर्मी का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ने लगा है। उल्टी दस्त चक्कर आने जैसी समस्याएं आम बात है। अस्पताल के ओपीडी में लगातार भीड़ लग रही है। शहर के कई इलाकों में जलस्तर गिरने से जल संकट गहरा गया है।
बता दें कि एक दिन पहले 27 अप्रैल को शहर में श्री सेन महाराज की 722 वी जयंती के अवसर पर विशाल शोभायात्रा निकली थी। इसी दौरान रथ को खींचने वाली घोड़ी भी गस्त खाकर गिर गई। बताया गया कि जानवर भी भीषण गर्मी सहन नहीं कर पा रहे हैं। दूसरी ओर शहर शहर के कई समाजसेवी संगठन लोगों को अपने घर के बाहर पशु पक्षियों के लिए पानी का टब रखने जागरूक कर रहे हैं। बुधवार को शहर का अधिकतम तापमान 43.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग की माने तो इसमें आज और वृद्धि संभावित है।