देहरादून: उत्तराखंड मे पैर जमा रही आम आदमी पार्टी ने आज दीपक बाली को उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौप दी है, विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद आम आदमी पार्टी की प्रदेश में संगठन समेत सभी इकाइयों को भंग कर दिया गया था। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में आम आदमी पार्टी ने प्रदेश की सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ा। लेकिन आप एक भी सीट नहीं जीत पाई। लेकिन आम आदमी पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष दीपक बाली की राह इतनी आसान नहीं होगी आप के नए कप्तान को जमीनी स्तर से कार्य करना होगा क्योंकि कई वरिष्ठ नेता आप को अलविदा कह चुके हैं ऐसे मे नए कप्तान के सामने टीम को लेकर चुनौती होगी की किस नेता को क्या पद दिया जाये और आप नेताओं को कैसे पार्टी मे बनाकर रखा जाये? दूसरी सबसे बड़ी और अहम चुनौती दीपक बाली के सामने चंपावत उपचुनाव की होगी की चंपावत उपचुनाव मे कैसे अपनी पार्टी को साबित किया जाए। क्योंकि उधर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही जीत का दावा कर रही हैं ऐसे मे आप के लिए अपनी जगह बनाना मुश्किल होगा।
आपको बता दें की चम्पावत उपचुनाव जून में संभावित माना जा रहा है। और कांग्रेस के मुताबिक कांग्रेस के नए कप्तान 20 जुलाई तक जिला और 20 अगस्त तक प्रदेश कार्यकारिणी का गठन करेंगे यानि चंपावत उपचुनाव के बाद ही कांग्रेस मे नई कार्यकारिणी का गठन होगा। अगर दूसरे पहलू से देखें तो प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा पहले ही साफ कर चुके हैं की कांग्रेस की टीम छोटी और प्रभावी होगी, इसे दूसरे नज़रिये से देखें तो बहुत कम नेताओं को पदभार दिया जाएगा, इसलिए फिलहाल कांग्रेस बिलकुल नहीं चाहती की पहले ही अंतर्कलह से जूझ रही कांग्रेस मे कार्यकारिणी उपचुनाव से पहले घोषित हो क्योंकि टीम छोटी होने के कारण अगर वरिष्ठ नेताओं को फिर ज़िम्मेदारी न दी गई तो फिर नाराजगी देखने को मिल सकती है इसलिए कांग्रेस फूँक – फूँक कर कदम रख रही है फिलहाल कांग्रेस का ध्यान चंपावत उपचुनाव पर टिका है रूठे कांग्रेसियों को मानकर उन्हे उपचुनाव मे काम के लिए तैयार करना फिलहाल कांग्रेस के लिए बड़ा कडा इम्तेहान है।
वहीं भाजपा चुनावी मोड मे आ चुकी है सीएम धामी चंपावत मे कई दौरे कर चुके हैं भाजपा ने उपचुनाव की ज़िम्मेदारी कई नेताओं को सौंप दी है है और सीएम बने रहने के लिए पुष्कर सिंह धामी का चुनाव जीतना बहुत ज़रूरी है इसलिए बीजेपी ने अभी से चंपावत उपचुनाव के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। और सीएम के मुताबिक उन्हे जनता का आशीर्वाद और प्यार मिल रहा है बक़ौल मुख्यमंत्री उनकी उनकी जीत पक्की है। ऐसे मे सवाल उठता है की जीत का दावा करने वाली कांग्रेस और चुनाव की तैयारी मे जुटी आप क्या चंपावत उपचुनाव मे धामी को टक्कर दे पाएगी या फिर दोबारा करारी शिकस्त झेलनी पड़ेगी ? एक तरफ जहां ये चुनाव बीजेपी की नाक का सवाल है वहीं कांग्रेस को भी अच्छा प्रदर्शन करना होगा।