हल्द्वानी : नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने बढ़ती बेरोजगारी और पुराने पदों पर भर्तियां न होने पर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 40 हजार से ज्यादा रिक्त पद होने के बावजूद युवाओं के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। रोजगार देने में नाकाम साबित हुई सरकार ने तीन साल से ज्यादा समय से खाली पड़े पदों को समाप्त करने का फैसला किया है। इस निर्णय से 25 हजार नौकरियां खुद ही खत्म हो जाएंगी। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि रोजगार का वादा करने वाली भाजपा के पास बेरोजगारी की समस्या दूर करने को कोई रोडमैप नहीं है, जिसके चलते उत्तराखंड में बेरोजगारी दर 11 राज्यों से अधिक हो चुकी है। शहरी बेरोजगारी के मामले में पहला नंबर है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 2001 में प्रदेश में पंजीकृत बेरोजगारी की संख्या 3.13 लाख थी। अब यह 10 लाख 39 हजार हो चुकी है।
सेंटर फोर मानीटङ्क्षरग इंडियन इकोनामी के आंकड़ों के मुताबिक, उत्तराखंड में बेरोजगारी दर 5.3 प्रतिशत पर पहुंच चुकी है। यशपाल के मुताबिक उत्तराखंड को प्रकृति ने हर मामले में समृद्ध बनाया है। हिमालय, पहाड़, नदियां, फल-फूल के अलावा विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल होने के बावजूद युवा बेरोजगारी के संकट से जूझ रहे हैं। इससे पता चलता है कि कौशल विकास योजना और सेवायोजन विभाग भी महज जुमला बनकर रह गए हैं।