पटना : भोजपुरी गीत-संगीत में अगर किसी एक गायिका ने कभी भी अश्लील गाना नहीं गाया तथा जिसका स्टारडम सदैव भोजपुरिया श्रोताओं दर्शकों के मन में रचा बसा रहा, तो वह नाम है भोजपुरी की लोकप्रिय लोक गायिका ‘देवी’ (Devi)। बिहार की अनमोल रत्न देवी, भिखारी ठाकुर, महेंद्र मिश्र, शारदा सिन्हा जैसे भोजपुरी के गौरव के मान सम्मान को आगे बढ़ा रही हैं।
इनर मशहूर सिंगरों की विरासत को भी संभालने का काम किया है
पद्मश्री शारदा सिन्हा ने भोजपुरी में जिस विरासत को खड़ा किया है, उस विरासत को लोकगायिका ‘देवी’ (Folk singer ‘Devi’) ने काफी हद तक संभालने की कोशिश की है। जहां एक ओर अश्लील और द्विअर्थी गानों का बोलबाला है। वहीं, देवी ने सफल होने के लिए इन चीजों से दूरी बनाई और सुगम लोकसंगीत के जरिए अपनी अलग पहचान कायम की।
‘देवी‘ ने कभी भी अपनी पारंपरिक शैली को नहीं छोड़ा
देश-विदेश में सैकड़ों स्टेज शो कर चुकी ‘देवी’ ने कभी भी अपनी पारंपरिक शैली को नहीं छोड़ा। सफलता के सोपान पर पहुंचने के बाद भी अपनी सहजता व सुलभता के कारण ‘देवी’ सदाबहार गायिका के रूप में अपनी विशिष्ट पहचान बनाने में सफल हुई हैं।