न्यूज़ डेस्क: मौत जीवन का शाश्वत सत्य है। जिसने भी इस धरती पर जन्म लिया है, उसकी मृत्यु भी निश्चित है। लेकिन कई बार चमत्कार भी होते हैं। कुछ लोग मरने के बाद दोबारा भी जिंदा हुए हैं। कई लोग मौत को छूकर वापस आ जाते हैं। कई लोगों ने कुछ सेकेंड या मिनट के लिए मरकर वापस आने के दावे किए हैं। हालांकि उन सबके अनुभव अलग-अलग थे। आज तक कोई भी पुख्ता तौर पर यह नहीं बता पाया कि मौत होते वक्त कैसा महसूस होता है। वहीं मृत्यु के बाद क्या होता है, इस बारे में भी लोगों ने अलग अलग अनुभव बताए हैं। कुछ लोगों के लिए मृत्यु के बाद शैतानों से प्रताड़ित होने का दावा किया। वहीं कुछ लोगों ने अलग सुकून भरी दुनिया देखने का दावा किया। इस बारे में डॉक्टर थॉमस फ्लेसचैमन अपनी थ्योरी बताई। डॉक्टर थॉमस करीब 2000 लोगों को अपनी आंखों से मरता हुआ देख चुके हैं। मरीजों के अनुभव के आधार पर उन्होंने मृत्यु के 5 चरण बताए हैं।
5 चरणों में होती है इंसान की मौत
35 सालों तक एक्सीडेंट एंड एमरजेंसी डॉक्टर रह चुके थॉमस ने अपनी आंखों के आगे 2000 लोगों की मौत देखी। साथ ही उन्होंने ऐसे लोगों के भी अनुभव जाने, जो मौत को छूकर लौटे थे। इसी के आधार पर डॉक्टर थॉमस ने बताया कि मौत के 5 चरण होते हैं।
पहला चरण
डॉक्टर थॉमस के अनुसार, पहले चरण में इंसान का सारा दर्द, चिंताएं, डर खत्म हो जाता है। उसे कोई शोर सुनाई नहीं देता और शांति महसूस करने लगता है। कुछ लोगों ने मरते वक्त खुशी महसूस करने की भी बात कही।
दूसरा चरण
डॉक्टर थॉमस ने बताया कि इस चरण में लोगों को अलग ही अनुभव होता है। कुछ लोगों को हवा में उड़ने जैसी अनुभूति होती है और कुछ लोगों को लगता है कि शरीर हल्का हो चुका है।
तीसरा चरण
डॉक्टर थॉमस का कहना है कि तीसरा चरण इंसान को राहत देने वाला होता है। इसमें 98 फीसदी लोगों का कहना था कि उन्हें आराम मिल रहा था लेकिन 2 फीसदी लोग ऐसे भी थे, जिन्हें भयानक आवाजें, गंध और खौफनाक जीव दिखाई दे रही थीं।
चौथा चरण
चौथे चरण में मरने वाला शख्स तेज रोशनी देखता है और ये बेहद तेज, गर्म और अपनी तरफ खींचने वाली रोशनी धीरे-धीरे काले अंधकार में तब्दील हो जाती है।
पांचवां चरण
पांचवें चरण में 10 फीसदी लोग, जो मृत्यु के बाद वापस आए, उनका कहना था कि उन्हें खूबसूरत दुनिया दिखी। वहां सुंदर रंग और सुंदर संगीत था। वहां पहुंचने के बाद प्यार की अनुभूति हो रही थी।