देहरादून: चम्पावत उपचुनाव में अब महज दस दिन शेष हैं। ऐसे में भाजपा – कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने चुनाव प्रचार में दमखम लगा दिया है। सुबह से लेकर शाम तक प्रचार करने के बाद रात-रात तक दोनों दलों के वरिष्ठ नेता पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक ले रहे हैं। जिसमें उपचुनाव को लेकर रणनीति तैयार कर रहे हैं। भाजपा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक नानस्टॉप गांवों में जाकर प्रचार में जुटे हैं। देर रात तक बैठकों का दौर चल रहा है। इसमें विपक्षी दल एक-दूसरे के खिलाफ रणनीति बना रहे हैं। प्रचार से देर शाम लौट रहे कार्यकर्ताओं से नेता दिनभर का फीडबैक लेकर समीक्षा भी कर रहे हैं। एक तरफ जहां कांग्रेस लगातार ये बात कहती आई है की विपक्ष को कमजोर नहीं समझना चाहिए वहीं बीजेपी के लोग सीएम धामी की जीत अब तक निश्चित बता रहे हैं बीजेपी नेताओं का कहना है की जनता का अपार समर्थन सीएम धामी के साथ है हर वर्ग का समर्थन मिल रहा है।
वहीं कांग्रेस के दिग्गज हरीश रावत भी चंपावत चुनावी प्रचार मे उतर चुके हैं। एक तरफ बीजेपी जहां कांग्रेस के सरेंडर करने की बात कह रही है वहीं हरीश रावत का कहना है बीजेपी की सरेंडर वाली बात ने ही मेरे अंदर चंपावत जाने का जोश पैदा किया है वरना मेरी उम्र ऐसी नहीं की मैं चंपावत जाकर चुनावी प्रचार करूँ। यानि शुरुआत से शांत बैठे हरीश रावत चंपावत उपचुनाव को लेकर जोश मे आ गए हैं। आपको बता दें बीजेपी – कांग्रेस के अलावा सपा और एक निर्दलीय प्रत्याशी भी मैदान मे है भले ही बीजेपी का सीधा मुकाबला कांग्रेस से हो लेकिन धाकड़ धामी के सामने 2 कैंडीडेट और हैं।
फिलहाल जहां कांग्रेसी नेता चंपावत मे जीतने के लिए एड़ी चोटी का ज़ोर लगा रहे हैं वहीं सीएम धामी को जीतने के लिए लोग यूपी तक से प्रचार करने आ रहे हैं। जो सीएम धामी के पक्ष मे जनता से वोट डालने की अपील कर रहे हैं। आपको बता दें चंपावत सीट पर उपचुनाव 31 मई और तीन जून को मतगणना होगी। अब देखने वाली बात ये होगी की बीजेपी से पुष्कर सिंह धामी, कांग्रेस से निर्मला गहतोड़ी और सपा से मनोज कुमार उर्फ ललित मोहन भट्ट के अलावा निर्दलीय प्रत्याशी हिमांशु गड़कोटी मे से कौन चंपावत के रण को फतेह करेगा। लगातार प्रत्याशियों के पक्ष मे नेताओं की चुनावी सभाएं जारी हैं।