बागपत: बागपत जिले के छपरौली क्षेत्र में पुलिस की दबिश के दौरान जहर खाने वाली आरोपी की मां और दो बहनों में से बड़ी बहन की उपचार के दौरान बुधवार को मौत हो गई. इस मामले में पुलिस उपनिरीक्षक समेत 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन ने बताया कि मंगलवार को छपरौली थाना क्षेत्र के बाछोड़ गांव में पुलिस की दबिश के दौरान जहर खाने वाली युवती स्वाति की मेरठ के अस्पताल में आज तड़के उपचार के दौरान मौत हो गई. जादौन ने बताया कि मृतका के परिजनों ने घटना के कथित आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग करते हुए तहरीर दी थी, जिसके बाद पुलिस ने छपरौली थाने के उप निरीक्षक नरेश पाल, कथित रूप से लापता युवती के 2 भाइयों सहित 6 के खिलाफ उत्पीड़न और उत्पीड़न के कारण आत्महत्या करने का मामला दर्ज किया. उन्होंने बताया कि मामले की जांच अपराध शाखा को सौंपी गई है. एसपी के अनुसार पीड़ित पक्ष का आरोप है कि कथित तौर पर लापता लड़की के भाइयों ने उनके घर आकर धमकी दी थी कि ‘‘अगर हमारी बहन नहीं मिली तो हम तुम्हारी बेटियों के साथ बलात्कार करेंगे.’’
कोई शिकायत की गई
उन्होंने बताया कि मेरठ के अस्पताल में भर्ती युवती की मां अनुराधा और छोटी बहन प्रीति (17) की हालत अभी चिंताजनक बनी हुई है. दबिश के लिए गए पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के सवाल पर जादौन ने कहा कि अभी तक की जांच में उनका कोई दोष नहीं पाया गया है. ना ही उनके खिलाफ पीड़ित पक्ष अथवा ग्रामीणों की तरफ से कोई शिकायत की गई है. शिकायत मिलती है तो पुलिस कानून के अनुसार कार्रवाई करेगी. मालूम हो कि गत 3 मई को छपरौली गांव के एक ग्रामीण ने पुलिस में तहरीर दी थी कि उसकी पुत्री को गांव का ही प्रिन्स नामक युवक लेकर फरार हो गया है.
चूहे मारने वाली दवा खा ली
इस मामले में पुलिस लड़के के घर लगातार दबिश दे रही थी। पुलिस को वादी पक्ष से मंगलवार को सूचना मिली थी कि आरोपी व लापता लड़की गांव में ही आरोपी के घर में है. इस सूचना पर पुलिस मंगलवार शाम करीब सात बजे दबिश देने गई थी. इसी दौरान घर में मौजूद आरोपी युवक की मां अनुराधा एवं दो बहनों ने कथित तौर पर सल्फास और चूहे मारने वाली दवा खा ली थी.