लालकुआं। विभागीय लापरवाही के चलते लालकुआं स्थित पशु चिकित्सालय खण्डहर में तब्दील होता जा रहा है। देखरेख के अभाव में इस पशु चिकित्सालय की हालत दिनोंदिन खस्ता हो रही है। स्टाफ और बीमार पशुओं के साथ आने वाले तीमारदारों के लिए चिकित्सालय में जरूरी सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं हैं। बीते कई वर्षों से इस चिकित्सालय की हालत इतनी खराब है कि यहां के स्टाफ को भी चिकित्सालय के जीर्ण शीर्ण भवन में बैठकर पशुओं का इलाज करने में डर यह महसूस होता है कि पता नहीं कब भवन की छत धराशायी हो जाए। लेकिन मजबूरन उन्हें ऐसी ही परिस्थितियों में पशुओं का इलाज करना पड़ रहा है।
वहीं पशु चिकित्सालय के प्रभारी डॉ0 गोविंद सिंह खाती का कहना है कि उनके द्वारा इस संबंध में अपने अधिकारियों से कई बार पत्राचार किया जा चुका है ताकि अपने पशुओं के इलाज के लिए चिकित्सालय आने वाले लोगों को कोई परेशानी ना उठानी पड़े। लेकिन विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा बजट का अभाव बताकर अपना पल्ला झाड़ लिया जाता है।
बताते चलें कि लालकुआं स्थित इस पशु चिकित्सालय में कई एकड़ भूमि खाली पड़ी है जिसमें नये भवनों का निर्माण कर क्षेत्र के एकमात्र पशु चिकित्सालय का उच्चीकरण आसानी से किया जा सकता है परन्तु जिला प्रशासन और विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते जीर्ण शीर्ण भवन में चल रहे इस पशु चिकित्सालय का उच्चीकरण नहीं हो पा रहा है और खस्ताहाल हो चुके चिकित्सालय भवन में पशुओं का इलाज जारी है।