देहरादून : चंपावत उपचुनाव को लेकर सियासी गहमा गहमी चरम पर है. इस सीट पर सीएम पुष्कर सिंह धामी की चुनावी परीक्षा है. चंपावत उपचुनाव के लिए प्रचार का शोर थम गया है. आपको बता दें एक तरफ जहां कांग्रेस ने चंपावत उपचुनाव जीतने का दावा किया वहीं बीजेपी का प्रचार ज़ोरों पर रहा आपको बता दें बीजेपी कांग्रेस ने 40 -40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की थी जिसमे बीजेपी से योगी आदित्यनाथ, स्म्रति ईरानी और कांग्रेस से राहुल गांधी प्रियंका गांधी सहित कई दिग्गजों के नाम शामिल थे चंपावत में पहले राहुल गांधी के आने की खबर उड़ी थी लेकिन वो महज एक अफवाह निकली वहीं बीजेपी से स्टारप्रचारक के रूप मे योगी जनसभा और रोड शो कर चुके हैं जिसमे लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। और बुलडोजर बाबा को चंपावत की भीड़ देखकर ये कहना पड़ा की धामी की जीत पक्की है यानि कुल मिलाकर बीजेपी की सभाओं मे जो धामी को जिताने के लिए सैलाब उमड़ा उसे देखकर बीजेपी नेता धामी की जीत पक्की बता रहे हैं। बीजेपी नेताओं का कहना है की कांग्रेस सिर्फ औपचारिकता के लिए चुनाव लड़ रही है। बीजेपी का कहना है की चंपावत उपचुनाव मे धामी की जीत पक्की है। बीजेपी का कहना है की चंपावत उपचुनाव मे कांग्रेस प्रत्याशी की जमानत भी जब्त हो जाएगी।
दूसरी तरफ कांग्रेस के स्टारप्रचारकों मे राहुल प्रियंका जैसे दिगज्जों का नाम शामिल था लेकिन किसी ने भी चंपावत उपचुनाव मे आने की ज़हमत नहीं उठाई इस पूरे मामले पर कांग्रेस का कहना है की हमे प्रदेश नेत्रत्व पर पूरा भरोसा है और हमारी प्रत्याशी को जिताने के लिए प्रदेश नेत्रत्व दिन रात मेहनत कर रहा है। तो क्या राहुल और प्रियंका पर भरोसा नहीं है ? क्या राहुल और प्रियंका को चंपावत उपचुनाव मे प्रचार नहीं करना चाहिए था ? क्या कांग्रेस पहले ही हार मान चुकी है ? एक तरफ जहां बीजेपी इस उपचुनाव मे अपनी जीत का दावा कर रही है वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष इस बात को स्वीकार चुके हैं की वाकई बीजेपी जीतने जा रही है। कांग्रेस जीत का दावा तो कर रही है अपनी प्रत्याशी को भी मजबूत बता रही है लेकिन केंद्रीय नेताओं का भी फर्ज बनता था की उत्तराखंड मे आकर अपनी प्रत्याशी को जीताने के लिए प्रचार प्रसार करें जैसे योगी ने किया बहराल प्रचार बंद हो चुका है और चंपावत सीट पर उपचुनाव 31 मई को होगा और तीन जून को मतगणना होगी। अब देखने वाली बात ये होगी की बीजेपी से पुष्कर सिंह धामी को कांग्रेस से निर्मला गहतोड़ी टक्कर दे पाएगी ?