देहरादून: विधानसभा के 14 जून से होने वाले बजट सत्र के लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। सत्र के पहले दिन वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया जाएगा। सत्र के मद्देनजर सोमवार को कार्यमंत्रणा समिति और विधानमंडल दल के नेताओं की बैठक बुलाई गई है। उधर, बजट सत्र को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष भी अपनी -अपनी तैयारियों में जुटे हैं। वहीं कांग्रेस का कहना है कि राज्य के ज्वलंत मुद्दों को सदन में उठाने में पार्टी कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। कांग्रेस एक मजबूत विपक्ष की भूमिका में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करेगी। बेरोजगारी, महंगाई, भू कानून, लोकपाल, भ्रष्टाचार जैैसे मुद्दों पर विपक्ष सरकार को घेरने के लिए सदन में उतरेगा। आपको बता दें सदन के अंदर भी और बाहर भी गैरसैंण इस बार भी बड़ा मुद्दा बन सकता है। हरीश रावत ने ऐलान किया है की वो सत्र गैरसेण मे न होने के विरोध मे 14 जून को भराड़ीसेण मे उपवास पर बैठेंगे और आंदोलन के लिए 100 लोगों को चिन्हित कर प्रेशर ग्रुप तैयार करेंगे। इसके अलावा हरिश रावतर अन्य दलों के लोगों को भी इस आंदोलन मे साथ आने की अपील की है। हरीश रावत का कहना है की सरकार चरधाम यात्रा का बहाना करके गैरसेण को अनदेखा कर रही है। जिसका विरोध किया जाएगा और सदन से सड़क तक आंदोलन किया जाएगा। आपको बता दें राज्य बनने के बाद ऐसा दूसरी बार होने जा रहा है, जब बजट सत्र गैरसैंण के बजाय देहरादून में आहूत किया गया है। इससे पूर्व कोविडकाल में बजट सत्र दून में आयोजित किया जा चुका है। कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर पहले ही मुखर है।
वहीं बीजेपी का कहना है की हरीश रावत दिखावा कर रहे हैं। कांग्रेस दिखावे की बात करती है और धामी सरकार ने देहरादून मे सत्र कराने का फैसला लिया है। बीजेपी तर्क दे रही है की अधिकारियों के कहने पर सत्र देहरादून मे किया जा रहा है। फिलहाल कांग्रेस सरकार को सत्र के दौरान सड़क से सदन और देहरादून से गैरसेण तक घेरने का प्लान बना चुकी है इसके अलावा कांग्रेस ने राज्य के ज्वलंत मुद्दे भी तैयार किए हैं जिन पर सदन मे हंगामा होने के पूरे आसार हैं अब देखने वाली बात ये होगी की सदन से सड़क तक सरकार कांग्रेस को कैसे समझाती है और कैसे विपक्ष की बात का जवाब देती है।