ऊधमसिंह नगर: उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर जिला स्थित खटीमा शहर के सिविल अस्पताल में मगरमच्छ लाए जाने का मामला चर्चा में है. वाकया रविवार, 3 जुलाई का है. कुछ लोग एक मगरमच्छ को पकड़कर अस्पताल ले आए. एक्स-रे कराने के लिए. इन लोगों का कहना था कि मगरमच्छ के पेट में एक बच्चा है. उनका ये भी कहना था कि मगरमच्छ ने उनके सामने बच्चे को निगला है.
देवहा नदी पर मगरमच्छ ने बच्चे को निगला
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को ऊधमसिंह नगर जिले के मेहरबान नगर गांव में एक बच्चा देवहा नदी के पास आया था. वो वहां अपनी गाय-भैंसों को चरा रहा था. इस दौरान वो दो अन्य बच्चों के साथ नदी में नहाने चला गया. गांव के लोगों के मुताबिक बच्चा नदी में भैंस की पीठ पर बैठा था कि तभी अचानक एक मगरमच्छ ने बच्चे पर हमला कर दिया. घटना के दौरान वहां मौजूद सरदार रामस्वरूप सिंह ने बताया कि उस समय नदी में अधिक पानी नहीं था, इसलिए बहुत से लोग नदी पार कर रहे थे. रामस्वरूप सिंह के मुताबिक मगरमच्छ ने बच्चे की गर्दन पर झपट्टा मारा था. उन्होंने बताया कि इससे पहले लोग कुछ समझ पाते, उसने बच्चे को निगल लिया. इसके बाद गांव वाले बच्चे को बचाने के लिए उस मगरमच्छ की तलाश में जुट गए. खबर के मुताबिक इस कोशिश में गांव वालों ने तीन मगरमच्छ पकड़े थे. इन्हीं में से एक उन्हें बच्चे के होने की आशंका थी. इसके बाद वन विभाग के कर्मियों और पुलिस की मदद से गांव वालों ने उस मगरमच्छ को काबू में किया.
एक्स-रे के लिए मगरमच्छ को अस्पताल लाया गया
फिर मगरमच्छ का एक्स-रे कराने के लिए उसे खटीमा के सिविल अस्पताल लाया गया. वहां उसका एक्स-रे कराया गया. लेकिन उसके पेट में बच्चे का पता नहीं चला. हालांकि, इस पर गांव वाले नहीं माने. उनकी मांग थी कि मगरमच्छ का एक्स-रे जानवरों के अस्पताल में कराया जाए. गांव वालों की मांग पर उस मगरमच्छ को एक्स-रे के लिए पंतनगर के पशु चिकित्सालय ले जाया गया. वहां भी एक्स-रे में कुछ नहीं निकला.
वहीं इस दौरान जिस मगरमच्छ को पकड़ा गया था, उसकी मौत हो गई. बाद में उसका अंतिम संस्कार कराया गया. कुछ गांव वालों का कहना है कि जब इस मगरमच्छ को पकड़ा गया, उस दौरान बच्चे पर हमला करने वाला मगरमच्छ हाथ से निकल गया होगा. वहीं खबर लिखे जाने तक बच्चे का कुछ पता नहीं चल पाया. घटना के दौरान मौजूद लोगों का अब भी कहना है कि मगरमच्छ ने बच्चे पर हमला किया था और उसे खींचकर नदी के अंदर ले गया था.