हरदोई: अजीब खेल है, राजस्व विभाग का जिंदा को मुर्दा बना देते हैं और मुर्दा फरियादी खुद अपनी फरियाद लेकर अपने आप को ज़िंदा साबित करने के लिए समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र लेकर आलाधिकारियों से गुहार लगाता है ” साहब में जिंदा हूं”. इस बात को सुनकर समाधान दिवस में बैठे आलाधिकारियों के होश उड़ गए.
क्या है पूरा मामला
मामला हरदोई ज़िले के शाहाबाद तहसील के ग्राम गौरिया का है. जहां एक बुजुर्ग महाराज सिंह को विरासत बदलने में मृतक दिखा दिया गया और उसका मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया. जब बुज़र्ग ने किसी काम को लेकर इंतखाब निकलवाया तो उसका नाम ही नही था, जब बुज़ुर्ग ने इसकी जानकारी की तो वकील ने बताया कि तुम तो ज़िंदा ही नही हो तुम अभिलेखों में मृत दिखा दिए गए हो. यह बात सुनकर बुज़ुर्ग के पैरों तले मानो जमीन ही निकल गई. उसने ईश्वर से कहा यह कैसा अन्याय है कि एक जिंदा इंसान को मृत घोषित कर दिया गया. फिर क्या था बुज़ुर्ग ने अपने आप को अभिलेखों में ज़िंदा साबित करने की ठान ली और अधिकारियों से गुहार लगाई.
शनिवार को शाहाबाद तहसील में हो रहे समाधान दिवस पर बुज़र्ग महाराज सिंह अपने आप को ज़िंदा साबित करने के लिए समाधान दिवस में पहुंचे. तहसीलदार के सामने प्रार्थना पत्र लेकर पहुंचे महाराज सिंह ने हाथ जोड़कर कहा “साहब में जिंदा हूँ” हालांकि इस विषय में जब उप जिला अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में नहीं है, जबकि तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि समाधान दिवस में उप जिलाधिकारी भी मौके पर मौजूद है, बुजुर्ग इंसाफ के लिए दर-दर भटक रहा है.
वहीं, पूरे मामले पर पीड़ित महाराज सिंह ने बताया कि हरदोई ज़िले के शाहाबाद तहसील के ग्राम गौरिया के निवासी हैं, उन्होंने आरोप लगाया कि वह अभी जिंदा हैं लेकिन उनकी जगह अन्य लोगों के नाम विरासत कर दी गई है. उन्होंने पूरे मामले की शिकायत शाहाबाद में तहसील दिवस में की है.