महराजगंज: पति और ससुराल वालों के उत्पीड़न से परेशान होकर महिलाओं के थाने पहुंचकर शिकायत करते तो बहुत बार सुना होगा। पति द्वारा महिला को पीटने और उस पर जुल्म की दास्तां भी सुनी होंगी, लेकिन यूपी के महारागंज से जो मामला सामने आया है उसने पुलिस ही नहीं थाने में मौजूद लोगों के भी होश उड़ा दिए हैं। जी हां, इस बार कोई महिला नहीं बल्कि पुरुष अपनी पत्नी से प्रताड़ित होकर सिन्दुरिया थाना पहुंचा। थाने में मौजूद प्रभारी निरीक्षक के पास जाते ही युवक पत्नी से बचाने के लिए गिड़गिड़ाने लगा। गुहार लगाई कि साहब मुझे मेरी पत्नी से बचा लीजिए। वह मुझे मारती-पीटती रहती है। पति-पत्नी के बीच रिश्ते की खटपट देख पुलिस भी पशोपेश में पड़ गई। पत्नी से बात हुई। इस पर वह बोली कि मारपीट का आरोप बेबुनियाद है। पति पैतृक सम्पत्ति को दलालों के चढ़ाने पर बेच रहे हैं। खेत बेचने का विरोध करने पर वह अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में पति-पत्नी को समझाया और परिवार परामर्श केन्द्र के जरिए इस समस्या के समाधान का आश्वासन दिया।
मामला सिन्दुरिया थानाक्षेत्र के एक गांव का है। शनिवार को जन सुनवाई के दौरान एक पीड़ित प्रभारी निरीक्षक के सामने पेश हुआ। प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उसकी पत्नी उसे मारपीट रही है। हर वक्त गाली-गलौज करती है। नौकरों जैसा सुलूक करती है। बुजुर्ग मां को भी परेशान करती है। उससे आजिज आकर अलग रहने लगा है। वह धमकाती है। उसकी कोई बात नहीं मानती है और बच्चों की भी देखभाल नहीं करती है। दिन भर फोन पर बात करती है। ससुर से शिकायत करने वह पत्नी का पक्ष लेते हैं। पति की शिकायत पर सिंदुरिया पुलिस मामले को गंभीरता से लेते हुए उसके पत्नी से बात की।
पता चला कि दोनों की शादी 20 साल पहले हुई है। दोनों से एक बड़ी बेटी व एक बेटा है। 2018 में महिला का चयन रोजगार सेवक पद पर हुआ है। प्रारम्भिक जांच के बाद पुलिस की पूछताछ में महिला का कहना है कि एक दलाल उसके पति को बहकाकर जमीन बिचवाने का साजिश कर रहा है। इसको लेकर वह पति को समझा रही है। जमीन बेचने से मना करने पर आए दिन विवाद हो रहा है। पति ने जो आरोप लगाया है वह झूठा है।
सिन्दुरिया प्रभारी निरीक्षक रामकृष्ण यादव ने बताया, थाने पर जनसुनवाई के दौरान एक पति अपनी पत्नी के खिलाफ शिकायत लेकर आया था। जमीन बेचने को लेकर विवाद है। दोनों को समझाया गया। परिवार परामर्श केन्द्र के माध्यम से दोनों की काउंसलिंग कराई जाएगी। समस्या का समाधान कराने की कोशिश की जाएगी।