हिसार: बरवाला क्षेत्र की दो बच्चों की मां ने प्रेमी के साथ भागकर कोर्ट में पति को भाई और सास-ससुर को मौसा-मौसी बताकर झूठे दस्तावेजों पर सुरक्षा मांग ली। उसने कोर्ट में जो दस्तावेज दिए उनमें अपने सास-ससुर को अपनी मौसा-मौसी बताया और पति को भाई बता दिया। उसने कहा कि उसे इन लोगों से जान का खतरा है। मामले की पोल तब खुली जब इस युवती का पति अपने बच्चों और सास-ससुर को लेकर अधिवक्ता के साथ कोर्ट पहुंच गया। इस महिला के पति ने अपनी पत्नी के असली दस्तावेज कोर्ट में दिखाए, तब जाकर मामला खुला कि यह युवती तो पहले से ही शादीशुदा है। मामला खुलने पर अदालत के आदेशों पर इस युवती और युवक के खिलाफ सिविल लाइन थाना पुलिस ने केस दर्ज किया है।
सेशन जज दिनेश कुमार के रीडर ने बताया कि युवती ने एक युवक के साथ 26 जुलाई को अदालत में सुरक्षा देने के लिए याचिका लगाई थी। लेकिन युवती और अजीत नाम के युवक ने झूठे एफिडेविट दिए थे। युवती ने कोर्ट को बताया था कि वह अविवाहित है और उन दोनों ने शादी कर ली है। इसलिए घर से भागे हुए है। युवती ने बरवाला की बजाया अपना मौजूदा पता भी टोहाना का बताया जो उसका मायका है। जबकि युवती पहले से शादीशुदा है और दो बच्चे भी है। युवती ने कोर्ट में अपने सास-ससुर के झूठे दस्तावेज दिखाए और उन्हें अपना मौसा और मौसी बताया। इस युवती के माता-पिता की मौत हो चुकी है। यह अपने मौसा-मौसी के पास पली बढ़ी है। मूल रूप से टोहाना की है। वहीं अदालत में इसने अपने पति के दस्तावेज देकर उसे अपना भाई बताया साथ ही कहा कि ये सभी उनकी जान के दुश्मन है। पीड़िता ने इनसे जान का खतरा बताकर सुरक्षा मांगी थी। बाद में इस युवती का पति व बच्चे और सास-ससुर अदालत में पहुंचे तो इस युवती ने पूछताछ में सब बता दिया कि उसकी उसकी शादी पहले हो चुकी है और उससे दो बच्चे भी है। अदालत ने सुरक्षा याचिका भी खािरज कर दी है।