लखनऊ: समाजवादी पार्टी ने बुधवार को राज्य सम्मेलन में 12 पेज के राजनीतिक व आर्थिक प्रस्ताव पास कराकर वर्ष 2024 में भाजपा को सत्ता से बाहर करने का संकल्प लिया। सपा ने अपने प्रस्ताव में भाजपा सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताया है। पूर्व मंत्री व विधायक आजम खां का भी मुद्दा उठाया। कहा कि सरकार आजम व उनके परिवार पर साजिश व षड्यंत्र करके हर दिन झूठे मुकदमे लगा रही है। प्रस्ताव में यह भी कहा गया कि सरकार अल्पसंख्यकों को झूठे मामलों में फंसाकर आतंकित करना चाहती है। अल्पसंख्यकों के मसले उठाकर सपा ने उन्हें साधने की कोशिश की है।
राजनीतिक और आर्थिक प्रस्ताव पेश
पूर्व एमएलसी राजपाल कश्यप ने राजनीतिक व आर्थिक प्रस्ताव पेश किया। इसमें सपा ने बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की समस्याओं, महिला अपराध समेत कानून व्यवस्था, रोजगार के मुद्दे पर भाजपा सरकार को घेरा है। प्रस्ताव में भाजपा को सबसे बड़ी धोखेबाज, झूठी और षड्यंत्रकारी पार्टी बताया है। कहा हर चुनाव में जनता को धोखा देने के लिए नए-नए झूठ गढ़ती है। हर बार नई जाति व वर्ग उसके निशाने पर रहते हैं। भाजपा अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो नीति पर चलते हुए साजिश और षड्यंत्र रचने का काम करती है। भाजपा पैसा, पद का लालच देकर या डराकर लोगों को अपने झांसे में फंसाती है।
भाजपा अमर्यादित राजनीतिक गिरोह
सपा ने आरोप लगाया कि भाजपा अलोकतांत्रिक और अमर्यादित राजनीतिक गिरोह बन गई है, जो सत्ता की भूख मिटाने के लिए संविधान और लोकतांत्रिक मर्यादाओं को निगल रही है। प्रस्ताव में कहा गया कि भाजपा ने संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया है। भाजपा नफरत और बदले की भावना से काम कर रही है। सपा ने आरएसएस पर भी निशाना साधा और कहा कि लोकतंत्र और संविधान में आरएसएस का कभी विश्वास नहीं रहा। भाजपा की सभी सरकारें आरएसएस के एजेंडे से चलती हैं। भाजपा सरकार ने गरीबों, वंचितों, दलितों व अल्पसंख्यकों के हितों पर लगातार चोट की है। किसान, नौजवान, व्यापारी, शिक्षक, अल्पसंख्यक आदि समाज सभी वर्गों में असंतोष और आक्रोश है।
इन नेताओं ने रखे अपने विचार
प्रस्ताव के समर्थन में पूर्व नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी, राम अचल राजभर, महबूब अली, नरेन्द्र वर्मा, दारा सिंह चौहान, कवि उदय प्रताप सिंह, आरके चौधरी, पवन पाण्डेय, अतुल प्रधान, अरविंद सिंह गोप, अरमान खान, लीलावती कुशवाहा, पायल सिंह सहित कई नेताओं ने अपने विचार रखे। इस मौके पर किरणमय नंदा, स्वामी प्रसाद मौर्य, राजेन्द्र चौधरी, रामजी लाल सुमन सहित कई अन्य उपस्थित थे।
सरकार पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
सपा ने भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, लोक निर्माण, सिंचाई से लेकर ज्यादातर विभाग भ्रष्टाचार की गिरफ्त में हैं। भाजपाइयों ने चौतरफा लूट मचा रखी है। विभागों में खरीद बिक्री, निर्माण से लेकर तबादले सभी जगह भ्रष्टाचार है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का भ्रष्टाचार सबके सामने है। उद्घाटन के कुछ ही दिनों बाद पहली बारिश में यह जगह-जगह धंस गया था।
142 पर राष्ट्रदोह लगाया, हाई कोर्ट ने 92 को किया बरी
प्रस्ताव में कहा गया कि सरकार ने 142 लोगों पर राष्ट्रदोह का मुकदमा लगाया क्योंकि वे सरकार की असफल नीतियों का विरोध कर रहे थे। इनमें से 92 आरोपितों को उच्च न्यायालय ने निर्दोष पाकर बरी कर दिया। कोर्ट ने सरकार व नौकरशाहों दोनों को फटकार लगाई और कहा राष्ट्रदोह जैसा अपराध सोच समझकर लगाया जाए।
राजनीतिक व आर्थिक प्रस्ताव में ये मुद्दे भी उठे
- किसानों की कर्जमाफी के नाम पर धोखा
- गन्ना किसानों का चार हजार करोड़ रुपये बकाया
- महंगाई व कर्ज से पीड़ित किसानों की आत्महत्या
- वादों के बावजूद किसानों को मुफ्त बिजली न देना
- पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतें
- खाद, बीज, कीटनाशक की बढ़ती कीमतें
- छुट्टा पशुओं को लेकर आजमनों की समस्या
- रोजगार के लिए ठोस कदम न उठाया जाना
- भाजपा द्वारा संकल्प पत्र के वादों को पूरा न करना
- पुलिस थानों में दुष्कर्म की घटनाएं
- भाजपा के पूंजीपति मित्र हो रहे मालामाल व जनता हो रही कंगाल
- डालर के मुकाबले रुपये का कमजाेर होना
- शिक्षा व्यवस्था की बदहाली, शिक्षकों के रिक्त पद
- 11 हजार प्राथमिक विद्यालयों को पीपीपी माडल पर देना
- पुलिस हिरासत में मौत, वर्ष 2020 से 2022 के बीच हुईं 952 मौतें
- गंगा, यमुना व गोमती नदी में जल प्रदूषण