नई दिल्ली: पिछले डेढ़ महीने से कांग्रेस की चल रही भारत जोड़ो यात्रा को अब एनसीपी प्रमुख शरद पवार का साथ मिल गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने कहा है कि वह कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगे। राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही भारत जोड़ो यात्रा 7 नवंबर को महाराष्ट्र में पहुंचेगी। पवार उसके बाद यात्रा से जुड़ेंगे। पवार का यह कदम राहुल गांधी के लिए बड़ा बूस्ट होगा, क्योंकि इससे यह भी साफ होगा कि आने वाले विधान सभा चुनावों में कांग्रेस के साथ दूसरे दलों का गठबंधन को लेकर क्या रुख रहेगा। इसके पहले महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महाविकास अघाड़ी सरकार में कांग्रेस, शिव सेना और एनसीपी साथ थे। जो कि एकनाथ शिंदे गुट की बगावत के बाद जून 2022 में गिर गई थी।
शरद पवार ने क्या कहा
रविवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि जब कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा महाराष्ट्र में प्रवेश करेगी तो वह उसमें भाग लेंगे क्योंकि इसके माध्यम से समाज में सद्भाव लाने का प्रयास किया जा रहा है।पवार ने कहा कि कांग्रेस के नेता अशोक चव्हाण और बालासाहेब थोराट ने उनसे मुलाकात की थी और भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण दिया था। उसके बाद उन्होंने यह फैसला किया है।
तेलंगाना पहुंच कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा
राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ कर्नाटकके बाद रविवार को तेलंगाना में पहुंच गई है। तेलंगाना में यात्रा 16 दिन चलेगी। इस दौरान यात्रा 19 विधानसभा और सात संसदीय क्षेत्रों से होकर गुजरेगी और 375 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी। सात सितंबर से शुरू हुई यात्रा अब तक तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश से गुजर चुकी है। 150 दिनों तक चलने वाली भारत जोड़ो यात्रा देश के 12 राज्यों से गुजरते हुए श्रीनगर में जाकर खत्म होगी। 2019 के लोक सभा चुनाव के बाद राहुल की अगुआई में कांग्रेस पहली बार इतने बड़े पैमाने पर कोई अभियान चला रही है। ऐसे में 2024 के बिगुल के लिए राहुल गांधी के रीलांच की भी तैयारी है। साथ ही शरद पवार जैसे नेताओं का समर्थन मिलने पर राहुल गांधी के लिए विपक्ष में कांग्रेस की दावेदारी को मजबूत करना आसान होगा।