Nirbhik Nazar

सीएम धामी ने किया खिलाड़ियों को “खेल रत्न” और “ट्रेनर द्रोणाचार्य” पुरस्कार से सम्मानित, धामी बोले – हम लाए क्रांतिकारी खेल नीति

देहरादून: उत्तराखंड के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए खेल विभाग ने सम्मान समारोह का आयोजन किया. इस सम्मान समारोह में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने खिलाड़ियों को देवभूमि उत्तराखंड खेल रत्न पुरस्कार और देवभूमि उत्तराखंड द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किया. इस दौरान उन्होंने खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को नगद पुरस्कार से भी सम्मानित किया. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश और प्रदेश का मान बढ़ाने वाले बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन और जाने माने एथलीट चंदन सिंह को देवभूमि उत्तराखंड खेल रत्न से सम्मानित किया गया. उत्तराखंड सरकार ने साल 2019-20, 2020-21 और 2021-22 तक के खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को द्रोणाचार्य और खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित करने के नामों की सूची पहले ही जारी कर दी थी. जिसके तहत आज देहरादून परेड ग्राउंड में खिलाड़ी सम्मान समारोह आयोजित किया गया. जहा, मुख्यमंत्री धामी ने सभी खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को सम्मानित किया.

इस मौके पर सीएम पुष्कर धामी ने कहा उत्तराखंड के खिलाड़ी न सिर्फ नेशनल और इंटरनेशन प्रतियोगिताओं में भाग ले रहे हैं, बल्कि मेडल जीतकर उत्तराखंड और देश का नाम भी रोशन कर रहे हैं. जब कोई खिलाड़ी मेडल जीतता है तो वह सिर्फ एक परिवार का नहीं रहता है, बल्कि संपूर्ण राष्ट्र की भावना उससे जुड़ जाती है.

धामी ने कहा प्रदेश के खिलाड़ियों में हिमालय से ज्यादा उत्साह और सागर से अधिक गहरा धैर्य है. उत्तराखंड खेल के मैदान में भी अग्रणी राज्य बने, इसके लिए नई खेल नीति लाई गई है. सीएम धामी ने कहा प्रदेश से गरीब परिवारों के बच्चे जिनके पास प्रतिभा है, लेकिन साधन नहीं है. उनको खेल नीति से ज्यादा फायदा मिलेगा.

सीएम धामी में कहा जब पुरस्कार मिलता है तो, सभी लोग सम्मानित करने के लिए समय मांगते हैं और सेल्फी लेते हैं. हालांकि, सरकार ने जो भी नीति लाई है, उसके लिए लक्ष्य निर्धारित किया है. साथ ही रिस्पांसिबिलिटी, आउटपुट और अकाउंटबिलिटी तय कर आगे बढ़ रही है. उत्तराखंड सरकार ने मुख्यमंत्री उदयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना शुरू की थी, जिसके तहत प्रदेश भर के 8 से 14 वर्ष के उभरते खिलाड़ियों को प्रतिमाह 1500 रुपए खेल छात्रवृत्ति दी जा रही है.

वर्तमान समय में प्रदेश के 3900 बच्चों को खेल छात्रवृत्ति का लाभ मिल रहा है. सरकारी नौकरियों में खेल कोटा को फिर से लागू करने का निर्णय लिया गया है. इसके अलावा खिलाड़ियों को बेहतर प्लेटफार्म उपलब्ध कराए जाने को लेकर हल्द्वानी स्टेडियम को खेल विश्वविद्यालय बनाई जाने का भी निर्णय लिया गया है.

सीएम ने कहा भारत में कभी भी प्रतिभाओं की कमी नहीं रही, लेकिन पहले चयन प्रक्रिया काफी धंधाली होती थी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने के बाद चयन प्रक्रिया को काफी सरल और पारदर्शी किया गया है.

खिलाड़ियों और कोच को किया गया सम्मानित.

1- साल 2019-20, 2020-21 और 2021-22 के लिए खिलाड़ियों को देवभूमि उत्तराखंड खेल रत्न पुरस्कार दिए गए.

2- साल 2021 और 2022 के राष्ट्रीय पदक विजेता खिलाड़ियों एवं उनके प्रशिक्षकों को नकद पुरस्कार दिया गया.

3- साल 2019-20 के लिए बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन को देवभूमि उत्तराखंड खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

4- साल 2020-21 के लिए देवभूमि उत्तराखंड खेल रत्न पुरस्कार एथलीट चंदन सिंह को सम्मानित किया गया.

5- साल 2019-20 के लिए देवभूमि उत्तराखंड द्रोणाचार्य पुरस्कार बैडमिंटन प्रशिक्षक धीरेन्द्र कुमार सेन को दिया गया.

6- साल 2020-21 के लिए देवभूमि उत्तराखंड द्रोणाचार्य पुरस्कार ताइक्वांडो प्रशिक्षक कमलेश कुमार तिवारी को दिया गया.

7- साल 2021-22 के लिए देवभूमि उत्तराखंड द्रोणाचार्य पुरस्कार तीरंदाजी प्रशिक्षक संदीप कुमार डुकलान को दिया गया.

वहीं, सुरेश चंद्र पांडे को प्रशिक्षक के रूप में लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया.

nirbhiknazar
Author: nirbhiknazar

Live Cricket Score
Astro

Our Visitor

0 7 0 2 9 8
Users Today : 13
Users Last 30 days : 647
Total Users : 70298

Live News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *