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यात्रियों को दिया जा रहा था धोखा ! प्राइवेट निकली बस जब सरकारी अधिकारी ने रोका, परिवहन निगम की बसों जैसा रंगरोगन किया गया था इस्तेमाल …

लखनऊः उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग के प्रवर्तन अधिकारियों ने मंगलवार को चेकिंग अभियान के दौरान दो ऐसी डग्गामार बसें पकड़ी, जो परिवहन निगम की बसों के कलर में रंगी हुई थी. इन बसों को पकड़कर चालान की कार्रवाई की गई है. रोडवेज बसों के रंग में बसें इसलिए कलर की गई थी, जिससे यात्रियों को संदेह न हो कि यह डग्गामार बसें हैं या फिर रोडवेज बसें. साथ ही चेकिंग अधिकारियों को भी अंधेरे में रखने के लिए इस तरह का कृत्य किया गया, लेकिन अधिकारियों ने अभियान के दौरान ऐसी दोनों बसों को पकड़ लिया. अपर परिवहन आयुक्त निर्मल प्रसाद ने बताया कि रोडवेज बस के कलर में वाहन संख्या यूपी 81 ईटी 0294 व वाहन संख्या यूपी 23 टी 4603 छद्म रूप से संचालित पाईं. सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रर्वतन) हरदोई ने दोनों वाहनों का चालान मोटर वाहन सम्बन्धी अधिनियम की धाराओं में किया. उन्होंने कहा कि उपरोक्त प्रकरण गम्भीर प्रकृति का है। दोनों वाहनों के वाहन स्वामियों द्वारा परिवहन निगम की बसों जैसा रंगरोगन का इस्तेमाल करने के साथ ही जनमानस को गुमराह करना व साथ ही रोडवेज की छवि धूमिल करने के अलावा राजस्व को हानि भी पहुंचाई गई है

एक माह में वसूला 780 लाख का जुर्माना

परिवहन विभाग के अधिकारियों ने अनाधिकृत बस संचालन और ओवरलोड वाहनों के खिलाफ एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक लखनऊ परिक्षेत्र में कुल 14,255 वाहनों का चालान किया. 1797 वाहनों को बंद किया और इससे कुल 780 लाख रुपए प्रशमन शुल्क वसूल किया गया.

अपर परिवहन आयुक्त निर्मल प्रसाद ने बताया कि अनधिकृत बस संचालन और ओवरलोड वाहनों के खिलाफ एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक की गई कार्रवाई में 374 बसों का, 2274 ट्रकों का और 11,607 अन्य वाहनों का चालान किया गया. इसी तरह 81 बसों, 866 ट्रकों व 850 अन्य वाहनों को इस दौरान बन्द करने की कार्रवाई की गई. उन्होंने कहा कि परिवहन मंत्री के निर्देशों का परिवहन विभाग सख्ती से अनुपालन करा रहा है. अनधिकृत वाहनों के खिलाफ लगातार कार्रवाई होगी.

साभार – ईटीवी भारत

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Author: nirbhiknazar

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