देहरादूनः चमोली के बदरीनाथ विधानसभा से कांग्रेस विधायक राजेंद्र भंडारी के भाजपा में शामिल होने के बाद अब उनकी विधानसभा के सदस्यता जाना तय है. दल बदल कानून के तहत अब विधानसभा से उनकी सदस्यता रद्द की जाएगी. जिसके लिए उत्तराखंड कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर तत्काल राजेंद्र भंडारी की विधानसभा सदस्यता खत्म करने का अनुरोध किया है. पार्टी नेताओं का मानना है कि राजेंद्र भंडारी की पत्नी पर भ्रष्टाचार और दूसरे कई मामलों की जांच चल रही थी. इसी दबाव में उन्होंने पार्टी छोड़ी है.
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि एक दिन पहले जो राजेंद्र भंडारी कांग्रेस के प्रत्याशी के पक्ष में भाषण दे रहे थे और मंच पर भाजपा पर कई तरह के आरोप लगा रहे थे, अगले ही दिन उन्होंने दिल्ली में भाजपा का दामन थाम लिया. इससे साफ है कि कोई ऐसी खास बात है जिसके कारण उन्होंने अपना मन बदलकर भाजपा में शामिल होने का फैसला लिया.
दरअसल, कांग्रेस विधायक राजेंद्र भंडारी की पत्नी रजनी भंडारी चमोली से जिला पंचायत अध्यक्ष है और उन्हें सरकार दो बार अध्यक्ष पद से हटाने का फैसला कर चुकी है. रजनी भंडारी पर अनियमित बरतने के गंभीर आरोप लगाए गए थे. सरकार ने उन्हें अध्यक्ष पद से हटाया था. हालांकि, इसके बाद दो बार रजनी भंडारी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कोर्ट के जरिए बहाल हुईं. अब जब राजेंद्र भंडारी ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है. तब कांग्रेस नेताओं का कहना है कि राजेंद्र भंडारी और उनकी पत्नी पर भ्रष्टाचार समेत कई दूसरे मामलों की जांच चल रही थी. उनकी पार्टी छोड़ने की एक वजह यह भी हो सकती है.