हरिद्वार: उत्तराखंड की बद्रीनाथ और मंगलौर विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। दोनों सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों की जीत हुई। उपचुनाव के नतीजों पर जारी प्रतिक्रियाओं के बीच रविवार को भाजपा नेता और हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बड़ा बयान दिया। हरिद्वार में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव के परिणाम में मंगलौर सीट पर भाजपा के पक्ष में 18,000 वोट मिले थे। इस बार भाजपा प्रत्याशी को 31,000 से ज्यादा वोट मिले हैं यानी हमें इस बार लगभग 13,000 ज्यादा वोट मिले हैं।
उन्होंने कहा कि मंगलौर सीट पहले बसपा के पास थी और कांग्रेस ने बसपा से वो सीट छीनी है। वहीं, बद्रीनाथ सीट को भी कांग्रेस ने बरकरार रखा है, जो परिणाम आए हैं, उसमें साफ-साफ दिखाई दे रहा है कि मतों की दृष्टि से भाजपा को लाभ हुआ है। भारतीय जनता पार्टी अपनी जगह पर है।
बता दें कि उत्तराखंड की मंगलौर सीट पर भाजपा ने करतार सिंह भड़ाना को मैदान में उतारा था, जहां उनका मुकाबला कांग्रेस के काजी मोहम्मद निजामुद्दीन से था। बद्रीनाथ में भाजपा ने राजेंद्र भंडारी को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा था, उनका मुकाबला कांग्रेस के लखपत सिंह बुटोला से था। दोनों सीटों पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। मंगलौर सीट पर इससे पहले हुए उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव में बसपा ने जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार बसपा ये सीट हार गई है। इस तरह से बसपा यूपी के बाद उत्तराखंड में भी जीरो हो गई है।
पिछली बार से ज्यादा वोट मिले, उत्तराखंड विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की हार पर त्रिवेंद्र सिंह रावत का बड़ा बयान
हरिद्वार: उत्तराखंड की बद्रीनाथ और मंगलौर विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। दोनों सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों की जीत हुई। उपचुनाव के नतीजों पर जारी प्रतिक्रियाओं के बीच रविवार को भाजपा नेता और हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बड़ा बयान दिया। हरिद्वार में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव के परिणाम में मंगलौर सीट पर भाजपा के पक्ष में 18,000 वोट मिले थे। इस बार भाजपा प्रत्याशी को 31,000 से ज्यादा वोट मिले हैं यानी हमें इस बार लगभग 13,000 ज्यादा वोट मिले हैं।
उन्होंने कहा कि मंगलौर सीट पहले बसपा के पास थी और कांग्रेस ने बसपा से वो सीट छीनी है। वहीं, बद्रीनाथ सीट को भी कांग्रेस ने बरकरार रखा है, जो परिणाम आए हैं, उसमें साफ-साफ दिखाई दे रहा है कि मतों की दृष्टि से भाजपा को लाभ हुआ है। भारतीय जनता पार्टी अपनी जगह पर है।
बता दें कि उत्तराखंड की मंगलौर सीट पर भाजपा ने करतार सिंह भड़ाना को मैदान में उतारा था, जहां उनका मुकाबला कांग्रेस के काजी मोहम्मद निजामुद्दीन से था। बद्रीनाथ में भाजपा ने राजेंद्र भंडारी को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा था, उनका मुकाबला कांग्रेस के लखपत सिंह बुटोला से था। दोनों सीटों पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। मंगलौर सीट पर इससे पहले हुए उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव में बसपा ने जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार बसपा ये सीट हार गई है। इस तरह से बसपा यूपी के बाद उत्तराखंड में भी जीरो हो गई है।