देहरादून: इन दिनों डीएम सविन बंसल एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. यही वजह है कि आज सुबह-सुबह डीएम शहर में डोर टू डोर कूड़ा उठान और सफाई व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए सड़कों पर उतर गए. जहां उन्होंने कई जगहों का स्थलीय निरीक्षण किया. जिसमें कई खामियां और लापरवाहियां मिली. जिस पर डीएम खासे नाराज हुए. इतना ही नहीं उन्होंने कंपनी की कार्य प्रणाली से नाराज होकर जुर्माना लगा दिया.
सुबह-सुबह निरीक्षण पर निकले डीएम
दरअसल, दून शहर में डोर टू डोर कूड़ा उठान में लगी तीन कंपनियों की गाड़ियों की शिकायत पिछले कई दिनों से मिल रही थी. इतना ही नहीं जिलाधिकारी सविन बंसल अब तक तीनों कंपनी के खिलाफ करीब 10 लाख रुपए से ज्यादा का जुर्माना लगा चुके हैं, लेकिन आज सुबह डीएम बंसल शहर में डोर टू डोर कूड़ा उठान व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के लिए खुद निकल पड़े.
कूड़ा उठान के लिए समय नहीं निकली थी 32 गाड़ियां
वहीं, जब नगर निगम के अधिकारियों इसकी भनक लगी तो सभी अधिकारी आनन-फानन में गार्बेज प्वाइंट और वर्कशॉप पहुंच गए. डीएम बंसल ने मौके पर निरीक्षण किया तो कई वाहन खड़े पाए गए. जिनमें कई वाहन खराब और 32 समय पर कूड़ा उठाने के लिए निकले ही नहीं थे. जिसके बाद उन्होंने वाहन के अनुसार जुर्माना लगाने के निर्देश दिए.
कंपनी पर लगाया भारी भरकम जुर्माना
इसके बाद डीएम वाटरग्रेस, इकॉनवेस्ट मैनेजमेंट के गैराज पर पहुंचे. जहां 14 वाहन वर्कशॉप और 18 वाहन निकासी स्थल पर मिले. जिस पर भी डीएम नाराज हुए और इस कंपनी पर भी जुर्माना लगाने को कहा. डीएम बंसल ने वाहन के मूवमेंट के सत्यापन के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए. साथ ही खराब वाहनों को ठीक कराने और संबंधित कंपनियों की आरसी काटने को कहा.
कंपनी के काम से नाराज हुए डीएम
इसके बाद डीएम ने शहर की सफाई व्यवस्थाओं का ज्यादा लिया. उन्होंने घंटाघर से सर्वे चौक, सहस्त्रधारा रोड, भगत सिंह कॉलोनी, माता मंदिर रोड, कारगी चौक का निरीक्षण कर कूड़ा उठान व्यवस्थाओं को जांचा. वहीं, जायजा लेने के बाद डीएम कंपनी के काम से नाराज हुए और सही से काम करने के लिए अंतिम अवसर दिया. वहीं, तीनों कंपनियों पर डीएम ने 1 लाख 80 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है.
शहर में डोर टू डोर कूड़ा उठान व्यवस्थाओं पर आज सुबह औचक निरीक्षण किया गया. कंपनी के गार्बेज प्वाइंट और वर्कशॉप में कई खामियां मिली है. जिसके बाद कंपनियों पर जुर्माना लगाया गया है. अगर सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं होता है तो तीनों कंपनियों से काम वापस लिया जाएगा.
– सविन बंसल, जिलाधिकारी, देहरादून