देहरादून: उत्तराखंड में कांग्रेस नेताओं के बीच सोशल मीडिया में चल रही बयानबाजी का संज्ञान पार्टी प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने लिया है. उन्होंने आज प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को पत्र जारी करते हुए अपनी बात उचित फोरम में रखने की नसीहत दी है. उन्होंने सभी नेताओं से अपेक्षा की है कि वो अपनी बात पार्टी प्लेटफार्म में ही रखें.
दरअसल, उत्तराखंड में नगर निकाय चुनाव में मिली हार के बाद अमूमन यह देखने में आ रहा था कि पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता लगातार सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों से एक दूसरे पर अनर्गल आरोप व आक्षेप लगा रहे हैं. ऐसे में आज करन माहरा को पत्र जारी कर कहना पड़ा कि पार्टी के कुछ वरिष्ठ साथी अपनी बात और सुझाव पार्टी के उचित फोरम में रखने की जगह इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट और सोशल मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक बयानबाजी एवं टिप्पणियां कर रहे हैं.
पार्टी को नुकसान पहुंचाने की मंशा से सार्वजनिक बयानबाजी करने वाले होगी कार्रवाई
इससे पार्टी को नुकसान उठाना पड़ रहा है. संगठन के साथ ही भविष्य की संभावनाओं पर विपरीत असर पड़ रहा है. जो पार्टी हित में ठीक नहीं है. उन्होंने सबसे आग्रह किया है कि अपनी बात और सुझाव पार्टी प्लेटफार्म में ही रखें. उन्होंने चेताया कि इसके बावजूद अगर कोई कांग्रेसी पार्टी को नुकसान पहुंचाने की मंशा से सार्वजनिक बयानबाजी करता है तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
इधर, कांग्रेस पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता प्रतिमा सिंह ने करन माहरा की ओर से लिखे गए पत्र को सही ठहराया है. उनका कहना है कि पार्टी अध्यक्ष ने अपने पत्र में साफ किया है कि पार्टी के नेता और कार्यकर्ता किसी भी तरह की पोस्ट एवं बयानबाजी सोशल मीडिया में करने से बचें. उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस ऐसी विचारधारा के साथ अपनी लड़ाई लड़ रही है, जो देश को बांटकर राजनीतिक रोटियां सेक रही है. इस स्थिति में अगर कांग्रेस कार्यकर्ता अपनी बात को उचित प्लेटफार्म में नहीं रखेंगे तो फिर यह पार्टी हित में नहीं होगा.
