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मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक कार मिलने के मामले में NIA ने किया पूर्व पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को गिरफ्तार

मुंबई ब्यूरो

मुंबई: मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटक सामग्री लदी हुई स्कॉर्पियो कार मिलने के मामले में एनआईए ने पुलिस अधिकारी रहे सचिन वाजे को शनिवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। गिरफ़्तारी से पहले एजेंसी ने वाजे से 12 घंटे से ज़्यादा पूछताछ की। वाजे के ख़िलाफ़ आपराधिक साज़िश के लिए धारा 120 (बी); विस्फोटक पदार्थ के संबंध में लापरवाह आचरण के लिए धारा 286; जालसाजी के लिए धारा 465; आपराधिक धमकी के लिए 506 (2) और नकली मुहर बनाने या रखने के लिए धारा 473 के तहत केस दर्ज किया गया है। सचिन वाजे उस समय मुश्किलों में घिर गए थे जब मनसुख हिरेन की पत्नी ने सचिन वाजे पर अपने पति की हत्या का आरोप लगाया था। मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक सामग्री वाली कार मिलने के कुछ दिन बाद ही मनसुख हिरेन का शव पाया गया था। तब रिपोर्ट आई थी कि वह कार कार मनसुख की थी। मनसुख की पत्नी ने कहा था कि उनके पति आत्महत्या नहीं कर सकते उनकी किसी साजिश के तहत हत्या की गई है। इसके बाद मनसुख की पत्नी ने महाराष्ट्र एटीएस में एफ़आईआर दर्ज कराई थी और सीधा आरोप सचिन वाजे पर लगाया था कि उनके पति की हत्या के पीछे सचिन वाजे का ही हाथ है।

पूर्व पुलिस अधिकारी सचिन वाजे
पूर्व पुलिस अधिकारी सचिन वाजे

ये है पूरा मामला

मुकेश अंबानी आवास के पास 25 फरवरी को विस्फोटक और धमकी भरे पत्र के साथ कार मिली थी। हिरेन ने दावा किया था कि कार उनकी है लेकिन घटना से एक हफ्ते पहले वह चोरी हो गई थी। इस मामले में उस समय पेंच आया जब हिरेन 5 मार्च को ठाणे में एक नदी किनारे मृत पाए गए थे। हिरेन की मौत की जांच अब एटीएस कर रही है। हिरन की पत्नी ने दावा किया कि उनके पति ने एसयूवी पिछले साल नवंबर में सचिन वाजे को दी थी और उन्होंने फरवरी के पहले हफ्ते में यह कार लौटाई थी। हालांकि, सचिन वाजे ने इससे इनकार किया है। सूत्रों के अनुसार विमला हिरेन की ओर से हत्या का आरोप लगाए जाने के बाद सचिन वाजे खुद ही एटीएस के सामने पूछताछ के लिए पहुंचे थे। एटीएस ने उनसे 10 घंटे तक पूछताछ की थी। वहीं, महाराष्ट्र के ठाणे जिले की एक सत्र अदालत ने सचिन वाजे को अंतरिम जमानत देने से मना कर दिया था कि उनके विरुद्ध प्रथमदृष्टया सबूत और सामग्री है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एस ताम्बे ने वाजे को अंतरिम जमानत देने से इनकार कर दिया और कहा कि हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ करने की जरूरत है।

राष्ट्रीय जाँच एजेंसी यानी एनआईए के सामने पेश होने से पहले सचिन वाजे वॉट्सएप पर एक स्टेटस शेयर कर खलबली मचा दी थी। इसमें उन्होंने अपने साथी अफ़सरों द्वारा उन्हें इस केस में फंसाए जाने का आरोप लगाया था और स्टेटस में लिखा था कि अब दुनिया से विदा लेने का समय नजदीक आ रहा है। मुंबई क्राइम ब्रांच की क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट के पूर्व हेड वाजे ने स्टेटस में लिखा कि मार्च 2004 में सीआईडी के उनके साथियों ने उन्हें झूठे केस में फंसाया था और अब 17 साल बाद भी उनके साथी उन्हें झूठे केस में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं।

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Author: nirbhiknazar

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