निर्भीक ब्यूरो
रांची: झारखंड एजुकेशन हब बनने की राह पर बढ़ रहा है। अब यहां भी हर जिले में नई यूनिवर्सिटी खुलेगी। वर्तमान में राज्य के हजारों छात्र नामी-गिरामी यूनिवर्सिटीज में पढ़ने के लिए दूसरे राज्य जाते हैं। अब झारखंड में ही नई यूनिवर्सिटी खुलेगी, तो छात्र अपने शहर में ही पढ़ाई कर सकेंगे। राज्य के शिक्षा विभाग की ओर से इसकी तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सब कुछ ठीक रहा तो झारखंड में 11 नई यूनिवर्सिटी जल्द ही खुल जाएगी। अगर ऐसा हुआ तो झारखंड देश का चौथा ऐसा राज्य होगा जहां सबसे ज़्यादा प्राइवेट यूनिवर्सिटी होंगे। उच्च शिक्षा विभाग ने अब तक कुल आठ निजी विवि खोलने को लेकर लेटर ऑफ इंटेंट देने की संतुति की है। तीन विवि को पूर्व में ही लेटर ऑफ इंटेंट देने की अनुशंसा हो चुकी है।
शिक्षा विभाग को 20 नये निजी विश्वविद्यालय खोलने का प्रस्ताव मिला है। इनमें से 11 यूनिवर्सिटी को लेटर ऑफ इंटेंट देने पर सहमति बनी है। उच्च शिक्षा विभाग की ओर से गठित उच्चस्तरीय कमिटी ने अनुशंसा देने को कहा है। प्राइवेट यूनिवर्सिटी खोलने को लेकर राज्य सरकार की ओर से सभी तरह के नियम एवं कानून का पालन किया जा रहा है। यूनिवर्सिटी के लिए 20 आवेदन आए हैं, लेकिन सरकार ने 11 आवेदन को सभी तरह से एलिजिबल पाया है। अब उन सभी को लेटर ऑफ इंटेंट देने की तैयारी चल रही है।
इन यूनिवर्सिटी को मिलेगा लेटर ऑफ इंटेंट
- केके विश्वविद्यालय -धनबाद
- आरवीएस विश्वविद्यालय- जमशेदपुर
- कृष्णानंद त्रिपाठी विश्वविद्यालय- डालटेनगंज
- डॉ विक्त्रम सारा भाई विश्वविद्यालय- कोडरमा
- इंटरनेशनल विवि -बोकारो
- अरोग्यम इंटरनेश्नल विश्वविद्यालय- गढ़वा
- जामिनिकांत विश्वविद्यालय- जमशेदपुर
- मनराखन विश्वविद्यालय – रांची
- दिनेश सिंह विश्वविद्यालय
- सोना देवी विश्वविद्यालय
- श्रीनाथ विश्वविद्यालय
चौथे स्थान पर आएगा झारखंड
जब सभी यूनिवर्सिटी की स्थापना राज्य में हो जाएगी, तो झारखंड देश भर के अन्य टॉप के राज्य जहां सबसे अधिक यूनिवर्सिटी है उनमें चौथे स्थान पर आ जाएगा। राज्य में नये निजी विश्वविद्यालय खुले तो झारखंड देश में राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के बाद चौथा राज्य होगा, जहां सर्वाधिक निजी विवि होंगे।
अभी 16 प्राइवेट यूनिवर्सिटी
राज्य में फिलहाल 16 प्राइवेट यूनिवर्सिटीज में पढ़ाई चल रही है। इनमें आईसेक्ट यूनिवर्सिटी, एमिटी यूनिवर्सिटी, अरका जैन यूनिवर्सिटी, कैपिटल यूनिवर्सिटी, झारखंड राय यूनिवर्सिटी, नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी, प्रज्ञान इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, राधा गोविंद यूनिवर्सिटी, आरकेडीएफ यूनिवर्सिटी, रामचंद्र चंद्रवंशी यूनिवर्सिटी, साईंनाथ यूनिवर्सिटी, सरला बिरला यूनिवर्सिटी, इक्फाई यूनिवर्सिटी, उषा मार्टिन यूनिवर्सिटी और वाइबीएन यूनिवर्सिटी शामिल हैं।
दो साल में शुरू करना होगा सत्र
प्राइवेट यूनिवर्सिटी की स्थापना से पहले राज्य सरकार को एक कैंपस वाले विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए 10 एकड़ और कई परिसर वाले विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए मुख्य कैंपस के लिए 30 एकड़ जमीन उपलब्ध कर लेने का भरोसा दिलाना होगा। विश्वविद्यालय स्थापना के दो साल के भीतर सरकार की ओर से तय मानदंडों को पूरा नहीं होने पर सरकार मान्यता रद्द करने की भी कार्रवाई कर सकती है।