चमोली: ग्लेशियर टूटने की घटना में मरने वाले 11 श्रमिक झारखंड के थे और सात मजदूर घायल भी हुए हैं जिनका इलाज जोशिमठ चिकित्सालय और देहरादून में चल रहा है। चमोली जिले के जिलाधिकारी ने झारखंड के आपदा प्रबंधन विभाग को पत्र लिखकर घटना की सूचना दी है और बताया है कि किसी भी जानकारी के लिए आपदा प्रबंधन पदाधिकारी से कभी भी संपर्क किया जा सकता है। सभी श्रमिक सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के लिए काम कर रहे थे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस घटना को लेकर शोक प्रकट किया है। उन्होंने कहा है कि इस मामले में राज्य सरकार उत्तराखंड की सरकार के साथ संपर्क बनाकर घायलों को हर संभव मदद पहुंचाने के लिए काम कर रही है।
चमोली के जिलाधिकारी के पत्र के अनुसार शुक्रवार की शाम को जोशीमठ के सुमना के निकट ग्लेशियर टूटने से बीआरओ के कैंप में रह रहे 11 लोगों की मौत हुई थी और सभी के सभी झारखंड के निवासी थी। इस घटना में सात लोग घायल भी हुए जिनमें से 5 का इलाज जोशीमठ चिकित्सालय और दो का इलाज देहरादून में चल रहा है। उन्होंने जानकारी दी है कि घायल व्यक्ति भी झारखंड के ही थे।
अत्यंत दुःखद!
दुर्भाग्य से 23 अप्रैल को उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से बीआरओ में काम कर रहे राज्य के अपने 11 वीर श्रमिकों को हमने खो दिया। यह हृदय विदारक घटना अत्यंत पीड़ा देने वाली है।
परमात्मा वीर श्रमिकों की आत्मा को शांति प्रदान कर शोक संतप्त परिवारों को + pic.twitter.com/V6D5HkT5bR— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) April 25, 2021
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने ट्वीट करके लिखा है “अत्यंत दुःखद! दुर्भाग्य से 23 अप्रैल को उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से बीआरओ में काम कर रहे राज्य के अपने 11 वीर श्रमिकों को हमने खो दिया। यह हृदय विदारक घटना अत्यंत पीड़ा देने वाली है।”