धनबाद: कोरोना ग्रामीण क्षेत्र में कमज़ोर पड़ रहा है। यह ग्रामीणों को संक्रमित नहीं कर रहा है। वहीं शहरों में यह अब भी मजबूत बना हुआ है। जिले के शहरी क्षेत्र में कोरोना संक्रमितों की संख्या में ज्यादा कमी नहीं है, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमितों की संख्या दिन-ब-दिन कम होती रही है। स्वास्थ्य अधिकारियों की मानें, तो ग्रामीण परिवेश और वहां का खुलापन मुख्य कारण है। शहरी क्षेत्र में जनसंख्या धनत्व अधिक होने से ज्यादा लोग संक्रमित हो रहे हैं। बीते छह दिन (10 से 15 मई) के आंकड़ों के अनुसार सबसे ज्यादा संक्रमित धनबाद शहरी क्षेत्र में मिले। वहीं सबसे कम संक्रमित टुंडी प्रखंड के हैं। जिन प्रखंडों में शहरी आबादी अधिक है, वहां कोरोना पॉजिटिव केस अधिक मिल रहे हैं। जहां शहरी आबादी कम है, वहां कोरोना के मामले उतने ही कम मिल रहे है। यही कारण है कि धनबाद शहरी क्षेत्र में पिछले छह दिन में 475 लोग संक्रमित मिले, तो टुंडी में मात्र छह की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। शहरी क्षेत्र वाले प्रखंड बाघमारा, झरिया और निरसा में ज्यादा केस मिल रहे हैं। वहीं गोविंदपुर, बलियापुर, तोपचांची और एग्यारकुंड में कम केस सामने आ रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमित कम क्यों
– ग्रामीण क्षेत्र में लोग दूर-दूर रहते हैं। शहरी क्षेत्र में स्थान की कमी के कारण जनसंख्या का घनत्व अधिक होता है और कोरोना चेन आसानी से बन जाती है।
– खेती-किसानी या मजदूरी करनेवालों के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता शहरी लोगों की अपेक्षा अधिक होती है।
– ग्रामीणों का संपर्क शहरी लोगों से कम होने के कारण उनके संक्रमित होने का खतरा कम होता है।
– शहर की तुलना में ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना जांच भी कम हो रही है। संक्रमितों की कम संख्या का यह बड़ा कारण है।
बीते छह दिन में कहां-कितने संक्रमित मिले
धनबाद : 475
बाघमारा : 110
झरिया : 102
निरसा : 65
तोपचांची : 45
गोविंदपुर : 38
एग्यारकुंड : 36
बलियापुर : 20
टुंडी : 6