हरिद्वार: महज 55 किलोमीटर की दूरी में 24 पुल होंगे। इनमें 12 बड़े ब्रिज हैं जबकि 12 फूलों की लंबाई 60 मीटर से कम रहेगी। गंगा नदी समेत सभी बरसाती नदियों पर ब्रिज निर्माण का काम चल रहा है। दरअसल नजीबाबाद हरिद्वार रोड फोरलेन हाईवे का हिस्सा होने की वजह से ब्रिज बनाने हैं। जिनके चालू होते ही सफर सुगम हो जाएगा। हरिद्वार से काशीपुर तक नेशनल हाईवे को फोरलेन में तब्दील किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट पर करीब 2000 करोड़ रुपये की लागत आएगी। नजीबाबाद से काशीपुर तक फोरलेन का काम पूरा हो चुका है। सिर्फ नजीबाबाद से हरिद्वार के बीच हाईवे को फोरलेन में तब्दील किया जाना बाकी रह गया है। आपको जानकर ताज्जुब होगा कि नजीबाबाद से हरिद्वार की दूरी सिर्फ 55 किलोमीटर है। इतनी दूरी में 24 पुलों का निर्माण किया जा रहा है।
एक साथ शायद सभी ब्रिज बनाया जाना तो संभव नहीं था, लेकिन हाईवे के प्रोजेक्ट में होने के चलते पुलों का निर्माण होने लगा है। बताते चलें कि नेशनल हाईवे पर हरिद्वार से नजीबाबाद के बीच बरसाती नदियों पर पहले से ही पुल बने हुए, लेकिन फोरलेन के लिए एक-एक पुल और बनाना पड़ रहा है। हालांकि कुछ नदियों के पुल पुराने और जर्जर होने के कारण फिर से बनाए जा रहे हैं। इनमें कोटा वाली नदी का पुल भी शामिल है।
10 पुराने पुलों की भी होगी मरम्मत
नए ब्रिज बनाने के साथ-साथ हाईवे के पुराने ब्रिज की मरम्मत की जाएगी। नेशनल हाईवे के सूत्रों की माने तो बरसाती नदियों पर पहले से जो पुल बने हुए हैं। उन्हें मरम्मत कर दुरुस्त कर दिया जाएगा छोटी मोटी कमियों को सुधार कर फोरलेन के मानकों के अनुरूप दुरुस्त किया जाना है पुराने ब्रिज की टूटी फूटी रेलिंग भी बदली जाएगी। इसके अलावा स्लैब में छोटे-मोटे गड्ढों को भर दिया जाएगा।
गंगा नदी पर बन रहा सबसे बड़ा ब्रिज
हरिद्वार काशीपुर नेशनल हाईवे का सबसे बड़ा ब्रिज चंडी घाट पर बनाया जा रहा है। जिसकी लंबाई एक किलोमीटर से भी ज्यादा है। इसके निर्माण में 125 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसके अलावा दूसरी बरसाती नदियों पर भी 12 बड़े ब्रिज और 12 छोटे ब्रिज बनाए जा रहे हैं। गौरतलब है कि शिवालिक पहाड़ियों से निकलने वाली गंगा की सहायक नदियां हरिद्वार और निजाबाद के बीच ही नेशनल हाईवे को क्रॉस करती हैं जिस वजह से हाईवे अथॉरिटी को इतनी कम दूरी में है सबसे ज्यादा ब्रिज बनाने पड़ रहे हैं।
– नजीबाबाद से हरिद्वार के बीच नदियों पर 12 बड़े और 12 छोटे ब्रिज बनाने का काम चल रहा है। यह सभी पुल फोरलेन की परियोजना में शामिल थे। सभी नदियों पर दो-दो पुल हो जाएंगे।
– बीपी पाठक, परियोजना निदेशक नेशनल हाईवे अथॉरिटी