नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार सुबह मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 78वें एपिसोड की शुरुआत में पीएम मोदी ने लोगों से कई सवाल पूछे। इनके जवाब देकर आप इनाम भी जी सकते हैं। उन्होंने तोक्यो ओलिंपिक्स के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानने और दूसरों को बताने की अपील की। पीएम मोदी ने मशहूर धावक मिल्खा सिंह को भी याद किया। सिंह का कुछ दिनों पहले कोविड के उबरने के बाद निधन हो गया था। आइए जानते हैं आज के ‘मन के बात’ कार्यक्रम की ताजा अपडेट्स।
डॉक्टर्स, CAs को पीएम मोदी का सलाम
अगले महीने की पहली तारीख को डॉक्टर्स डे और चार्टर्ड अकाउंटेंट्स डे है। पीएम मोदी ने कहा कि ‘कोरोना-काल में डॉक्टर्स के योगदान के हम सब आभारी हैं। हमारे डॉक्टर्स ने अपनी जान की परवाह न करते हुए हमारी सेवा की है इसलिए, इस बार नैशनल डॉक्टर्स डे और भी ख़ास हो जाता है।’ मोदी ने देश के CAs को कुछ याद भी दिलाया। उन्होंने कहा, “मैंने कुछ वर्ष पहले देश के चार्टर्ड अकाउंटेंट्स से, ग्लोबल लेवल की भारतीय ऑडिट फर्म्स का उपहार मांगा था। आज मैं उन्हें इसकी याद दिलाना चाहता हूं।”
पौधों के औषधीय गुणों का भी जिक्र
पीएम ने ‘मन की बात’ में कहा, “मुझे नैनीताल से परितोष ने लिखा है कि, उन्हें गिलोय और दूसरी कई वनस्पतियों के इतने चमत्कारी मेडिकल गुणों के बारे में कोरोना आने के बाद ही पता चला। मध्य प्रदेश के सतना के एक साथी हैं श्रीमान रामलोटन कुशवाहा जी, उन्होंने बहुत ही सराहनीय काम किया है। रामलोटन जी ने अपने खेत में एक देशी म्यूज़ियम बनाया है। इस म्यूज़ियम में उन्होंने सैकड़ों औषधीय पौधों और बीजों का संग्रह किया है। इन्हें वो दूर–सुदूर क्षेत्रों से यहां लेकर आए है। इसके अलावा वो हर साल कई तरह की भारतीय सब्जियां भी उगाते हैं। ये एक बहुत अच्छा प्रयोग है जिसे देश के अलग–अलग क्षेत्रों में दोहराया जा सकता है।”
मॉनसून का महत्व भी समझा गए पीएम मोदी
पीएम मोदी ने मॉनसून सीजन का जिक्र करते हुए कहा कि ‘बादल जब बरसते हैं तो केवल हमारे लिए ही नहीं बरसते, बल्कि बादल आने वाली पीढ़ियों के लिए भी बरसते हैं। बारिश का पानी जमीन में जाकर इकठ्ठा भी होता है, जमीन के जलस्तर को भी सुधारता है। और इसलिए मैं जल संरक्षण को देश सेवा का ही एक रूप मानता हूं।’ पीएम ने उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के सच्चिदानंद भारती का नाम लिया जिन्होंने उफरैंखाल क्षेत्र में पानी का बड़ा संकट समाप्त किया है।
वैक्सीन का डर पीएम मोदी ने निकाला
मध्य प्रदेश के एक ग्रामीण से बात करते हुए पीएम मोदी ने लोगों के मन से वैक्सीन का डर भगाने की कोशिश की। फोन पर ग्रामीण राजेश हिरावे ने बताया कि वॉट्सऐप पर आए संदेशों के चलते वह डर गया और टीका नहीं लगवाया। इसपर पीएम मोदी ने अपना और अपनी मां का अनुभव बताया और कहा कि वैक्सीन से डरने की कोई जरूरत नहीं है। पीएम मोदी ने कहा कि “साल भर, रात-दिन इतने बड़े-बड़े वैज्ञानिकों ने काम किया है और इसलिए हमें विज्ञान पर भरोसा करना चाहिए, वैज्ञानिकों पर भरोसा करना चाहिए और ये झूठ फैलाने वाले लोगों को बार-बार समझाना चाहिये कि देखिए भई ऐसा नहीं होता है, इतने लोगों ने वैक्सन ले लिया है कुछ नहीं होता है।”