उधमसिंह नगर : उत्तराखंड में आबकारी विभाग राज्य के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के अधीन है और बावजूद इसके सीएम के अधीन विभाग को एक शराब कारोबारी ने जालसाजी कर फर्जी चालान के माध्यम से 30 लाख रूपए का चूना लगा दिया….जी हां,जनपद ऊधमसिंहनगर के जिला आबकारी अधिकारी कैलाश बैंजोला का नया कारनामा सामने आया है। कैलाश बैंजोला ने आबकारी विभाग और विभाग के आला अधिकारियों की आंखों में भी धूल झोंकने का काम किया है….दरअसल काशीपुर के शराब कारोबारी शरद अग्रवाल ने बीते अक्टूबर माह में प्रतिभूति यानी गारंटी के तौर पर ऊधमसिंहनगर के आबकारी विभाग में 30 लाख रुपए का फर्जी चालान जमा करवा दिया और आबकारी विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगी।
बाद में चालान को एडजस्ट कर अधिभार के रूप में आरोपी शराब कारोबारी ने 30 लाख रूपए की मदिरा भी विभाग से ले ली और उसे बेच भी दिया पर बावजूद इसके कुंभकरण नींद सो रहे जिला आबकारी अधिकारी को इस बात की भनक तक नहीं लगी? उधर बीते मार्च माह में जब यह पूरा मामला पकड़ में आया था तो जिला आबकारी अधिकारी के पैरों तले जमीन खिसक गई। दरअसल इस पूरे मामले के खुलासे के बाद जिला आबकारी अधिकारी को नियम अनुसार आरोपी शराब कारोबारी के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 के तहत मुकदमा दर्ज करवाना चाहिए था पर ना जाने क्यों जिला आबकारी अधिकारी आरोपी शराब कारोबारी पर काफी मेहरबान रहे?
अब पूरे मामले के खुलासे के बाद आज 3 माह बाद सचिव आबकारी सचिन कुर्वे ने संगयान लिया है और इस बेहद गंभीर मामले को लेकर आबकारी सचिव ने आज जिला आबकारी अधिकारी को जमकर फटकार लगाई,वहीं दूसरी तरफ आबकारी विभाग को फर्जी चालान के जरिए 30 लाख रुपए के राजस्व का चूना लगाने वाले शराब कारोबारी शरद अग्रवाल के खिलाफ पंतनगर थाने में आईपीसी की धारा 420 के तहत जिला आबकारी अधिकारी द्वारा मुकदमा भी दर्ज करवा दिया गया है। इसके अलावा इस पूरे मामले में घोर लापरवाही बरतने वाले जिला आबकारी अधिकारी कैलाश बैंजोला के खिलाफ भी अपर आबकारी आयुक्त ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।